भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार रायपुर रेल मंडल द्वारा एक साथ तीन माल गाड़ियों को जोड़कर चलाया गया. रेलवे द्वारा इस ट्रिपल लांग हाल एनाकोंडा नाम दिया गया है. एक लोको पायलट, एक सहायक लोको पायलट और एक गार्ड द्वारा पूरे ट्रिपल लांग हाल को चलाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है. आपको बता दें कि इस माल गाड़ी में 177 वैगनों को जोड़कर 2 किलोमीटर लंबी रैक बनाकर इसे चलाया गया, जिसे भिलाई मार्शलिंग यार्ड (बीएमवाय) से सोमवार शाम साढ़े 5 बजे रवाना किया गया और फिर ये गाड़ी बिलासपुर होते हुए रात 11 बजे कोरबा पहुंची. बताते हैं कि रायपुर रेल मंडल में पहली बार ऐसा प्रयोग किया गया है, जिससे ना सिर्फ क्रू सेट की बचत होगी बल्कि आने वाले समय में रेलवे ट्रैक का भी सही इस्तेमाल हो पायेगा.
मिली जानकारी के मुताबिक इस लॉन्ग हौल रैक में तीन लोकोमोटिव एक गार्ड के डब्बे के साथ लगभग 177 वैगनों को जोड़कर चलाया गया है. इस डीजल क्रू में केवल एक ही लोकोमोटिव में एक लोको पायलट और एक सहायक लोको पायलट मौजूद रहेंगे. दोनों लोकोमोटिव चालू रहे, लेकिन उसमे ऑपरेशन के लिए लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट की जरूरत नहीं थी, इसलिए तीनों मालगाड़ियों को जोड़कर एक ही लोको पायलट और सहायक लोको पायलट, गार्ड की सहायता से इसे चलाया गया.