छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बतौर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, विधायक और सीएम बनने तक अपने व्यवहार और सहजता से लगातार लोगों का दिल जीत रहे हैं. इसी क्रम में बीते सोमवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री बघेल का सहज अंदाज देख लोग कायल हो गए.
दरअसल, मौका पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि का था, कांग्रेस भवन में नेहरू पर व्याख्यानमाला आयोजित की गई थी. इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने करीब 14 मिनट तक नेहरू के विचारों, दर्शन और उनके सोच पर व्याख्यान दिया. सीएम ने तालियों के बीच खुद ही जेएनयू के पूर्व प्रोफेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल को आमंत्रण दिया. पुरुषोत्तम अग्रवाल जैसे ही मंच की तरफ बढ़े, तो भूपेश बघेल मंच से नीचे उतरकर सीधे आमलोगों के बीच जाकर बैठ गए.
ऐसे में मुख्यमंत्री का अचानक इस तरह लोगों के बीच में जाकर बैठना बेहद हैरान कर देने वाला था. तभी मीडिया के कैमरे भी उन्हीं की तरफ टिक गए. इस दौरान लोगों का व्याख्यान से ध्यान हटकर मुख्यमंत्री पर केंद्रित हो गया. व्याख्यान में रुकावट देख प्रोफेसर पुरुषोत्तम ने मंच से ही कहा, “मुख्यमंत्रीजी से मेरा अनुरोध है वो पूरे व्याख्यान तक मौजूद रहें. वरना जहां मुख्यमंत्री या अन्य बड़ी शख्सियत मौजूद होती है, उनके जाते ही पूरा व्याख्यान उन्हीं के साथ चला जाता है.”
इतना सुनकर मुख्यमंत्री ने मुस्कुराकर आश्वस्त किया कि वो पूरे वक्त मौजूद रहेंगे. बता दें कि मुख्यमंत्री बघेल का कार्यक्रम चुरहट जाने का था. बावजूद इसके वो पूरे कार्यक्रम में मौजूद रहे.
इसके बाद पुरुषोत्तम अग्रवाल ने सीएम बघेल को मंच पर बुला लिया. इसके बाद खुद ही मुख्यमंत्री बघेल ने मीडिया से अनुरोध किया कि वो व्याख्यान पर सुनने दें और लोगों को असुविधा का ख्याल रखें. उन्होंने कहा कि वो पुरुषोत्तम अग्रवाल के विचारों को सुनना चाहते हैं, इसलिए यहां बैठे हैं.