डायबिटीज के मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। वहीं जब डायबिटीज नियंत्रण से बाहर होने लगती है तो दिल से संबंधित रोग, किडनी संबंधित समस्याएं , अंधापन, आदि के खतरे की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में सबसे जरुरी है कि शुगर लेवल कंट्रोल करें। हालांकि इसके लिए आपको खाने-पीने का खास ख्याल रखना होगा।
कितना होना चाहिए शुगर लेवल
ब्लड शुगर का चेकअप हमेशा खाली पेट ही करवाना चाहिए। खाली पेट ब्लड शुगर लेवल की सामान्य मात्रा 70 से 110mg/dl होती हैं और खाना खाने के बाग शुगर की सामान्य मात्रा 140 से 160 mg/dl होनी चाहिए।
सूखे फल
फल प्राकृतिक चीनी का एक जरिया है। लेकिन जब फल सूख जाते हैं तो सिर्फ उनमें चीनी व कार्बोहाइड्रेट रह जाता है। इनका सेवन करने से शुगर लेवल बढ़ जाता है और कई तरह की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा फ्लेवर्ड दही का भी सेवन करने से शुगर लेवल बढ़ जाता है। दरअसल, सादे दही में प्रोबॉयोटिक्स होता है जबकि फ्लेवर्ड दही में ये गायब हो जाता है, जिससे शुगर लेवल बढ़ जाता है।
फैट मीट
बीफ और सालमन जैसे मीट में सैचुरेटेड फैट होता है जो डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरनाक होता है। दरअसल, इससे शुगर लेवल के साथ कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है। जो कि आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
व्हाइट पास्ता
व्हाइट पास्ता का सेवन करने से शरीर में शुगर लेवल बढ़ जाता है। क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट होता है जो मधुमेह के लोगों के लिए अच्छा नहीं है। इसके अलावा चिप्स, कुकीज, पीनट बटर जैसे पैकेज्ड ट्रांस फैट फूड भी मधुमेह रोगियों के लिए हानिकाक है।