प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ में दर्शन के लिए गए थे, इस दौरान उन्होंने यहां पर पूाजा अर्चना और ध्यान किया। पीएम मोदी की यहां की तस्वीरें काफी चर्चा में रही और सोशल मीडिया पर ट्रेंड की। पीएम मोदी के इस दौरे पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीखा हमला बोला है। गहलोत ने पीएम मोदी की उनकी चुप्पी के लिए तंज कसते हुए कहा कि रोजगार, किसानों का मुद्दा, अर्थव्यवस्था, विदेश नीति पर शांत रहने वाले पीएम मोदी धर्म और राष्ट्रवाद का मुद्दा उठा रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस पर उठाया सवाल
शुक्रवार को पीएम मोदी और अमित शाह ने जो प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी उसपर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि आप इन दोनों लोगों का चेहरा और शरीर के हावभाव को देखिए। पीएम ने पांच साल तक किसी भी प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन नहीं किया, लेकिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उसम जो संदेश दिया गया है वह लोग समझ गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी को बहस की चुनौती दी है। आखिर ये लोग मुद्दों पर बात करने से क्यों कतरा रहे थे।
हंसी के पात्र
गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी और शाह हंसी के पात्र बन गए हैं, क्योंकि जो प्रेस कॉन्फ्रेंस इन लोगों ने की है, हर कोई उसकी वजह तलाशने की कोशिश कर रहा है। ये लोग सेना के थके हुए कमांडर की तरह सामने आए, यह बात निश्चित है कि पीएम मोदी चुनाव हार रहे हैं। बता दें कि शाह और मोदी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। शाह ने इस दौरान सरकार के कामकाज का विस्तृत ब्योरा दिया।
पीएम का संदेश
केदारनाथ मंदिर में पूजा करने और गुफा से बाहर निकलने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बना, तो उत्तराखंड में सरकार बनी। यहां तीन-चार महीने ही काम किया जा सकता है, हर समय बर्फ रहती है। इस धरती से मेरा एक विशेष नाता रहा है, कल से मैं गुफा में रहने एकांत के लिए चला गया था। उस गुफा से 24 घंटे बाबा दर्शन किए जा सकते हैं। वर्तमान में क्या हुआ मैं उससे बाहर था, अपने आप में था।