प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उन्होंने आतंकवाद का सफाया करने का निर्णय लिया है और इसके लिए उन्हें अपनी कुर्सी की भी परवाह नहीं है। मोदी ने आज अपने गृह राज्य गुजरात में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन पाटन में सत्तारूढ़ भाजपा की चुनावी सभा में कहा आतंकवाद ने 40 साल में हिन्दुस्तान के लोगों का आंसू सूखने नहीं दिया। इसके चलते आये दिन जवानों के शव तिरंगे में लपेट कर आते थे। मंदिरों के बाहर तक पुलिस तैनात करनी पड़ी। उन्होंने देश में आतंकवाद के प्रसार के लिए पूववर्ती कांग्रेसी सरकारों के नरम रवैये को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हमे सोचना होगा कि देश की यह दुर्दशा किसने की। पहले देश के कोने कोने में आये दिन बम धमाके और दंगे होते थे। मुंबई में इतना बड़ा हमला हुआ पर दो दिन कैंडल मार्च के बाद सरकार ने कुछ नहीं किया।
मोदी ने कहा, ह्यमैने तय कि इस कुर्सी को रहना है तो रहे या जाये पर या तो मै रहूंगा या आतंकी रहेंगे। देश भर में बम धमाके करने वाले आतंकियों को कश्मीर के दो दो ढाई जिलों तक सीमित कर दिया गया है। ऐसा नहीं है कि आतंकवादी सुधर गये है। उनकी कोशिश चालू है। वे कुछ कर नही पा रहे। हां एक सौ बार प्रयास करने पर एक आध घटनाएं कर पाते हैं। मोदी ने कहा कि अगर वह भी पुलवामा और उरी आतंकी हमले के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जैसा रूख दिखाते तो क्या लोग उन्हें माफ करते। प्रधानमंत्री ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद हुए एरियल स्ट्राइक की चर्चा करते हुए कहा कि पाकिस्तान को अंदाजा भी नहीं था कि यह ऐसा होगा। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ह्य पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान सोच रहा था कि मोदी कहां से हमला करेगा। आज शरद पवार ने कहा है कि मोदी क्या करने वाला होता है किसी को पता नहीं चल पाता। अगर पवार को नहीं समझ पड़ती तो इमरान खान को कहां से पड़ेगी। मै तो हनुमान जी का भगत हूं । सेना ने एरियल स्ट्राइक किया और खेल खत्म।