बदलते मौसम में वायर फीवर से लोग काफी परेशान रहते हैं। इसके चलते लोगों को फीवर के साथ ही शरीर दाने निकलना आदि समस्या हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे बचने तुलसी पत्ता का रस व ओआरएस का घोल नियमित रूप से लें।
सुपेला स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर बीपी तिवारी ने बदलते मौसम में होने वाले वायरल फीवर एवं इंफे क्शन से बचने के घरेलू उपाय बताया। इस समय शरीर का सिस्टम बहुत वीक हो जाता है जिसकी वजह से शरीर में इंफेक्शन बहुत तेजी से बढ़ता है। इसके चलते कई तरह की परेशानियां हो जाती है। क्योंकि इस समय में इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। वायरल का इंफेक्शन छींक और खांसने से बहुत तेजी से एक इंसान से दूसरे इंसान तक पहुंच जाता है। वायरल फीवर बड़ों के साथ ही बच्चों में भी तेजी से फैलता है। इसलिए कुछ घरेलू नुस्खे से आप बचे सकते हैं। इसके साथ ही बाहर से आने पर तुरंत ठंडा पानी न पिये, साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान दें। इसके साथ नीबू पानी एवं ओआरएस का घोल अवश्य लें। इससे गले में दर्द, खांसी, सिरदर्द और थकान, तेज बुखार होना, कभी गर्मी, कभी सर्दी लगना, गले की खराश और दर्द से राहत पाने के ध्यान दें। नींबू और शहद, नींबू का रस और शहद भी वायरल फीवर के असर को कम करते हैं। आप शहद और नींबू का रस का सेवन भी कर सकते हैं। इसके साथ ही तुलसी पत्ते का इस्तेमाल, तुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं जिससे शरीर के अंदर के वायरस खत्म होते हैं। एक चम्मच लौंग के पाउडर और दस से पंद्रह तुलसी के ताजे पत्तों को एक लीटर पानी में डालकर इतना उबालें जब तक यह सूखकर आधा न रह जाए, इसके बाद इसे छानें और ठंडा करके हर एक घंटे में पिएं। आपको वायरल फीवर से जल्द ही आराम मिलेगा। इसके साथ ही मेथी या अदरक का इस्तेमाल करे तो काफी हद तक वायरल फीवर और शरीर पर निकलने वाले दाने-दाने से भी बचा जा सकता है।