23 अप्रैल को मतदान सुबह सात से पांच बजे तक होगा। मतदान से पूर्व बूथ पर प्रत्याशी के अधिकृत एजेंट अगर सवा छह बजे तक नहीं पहुंचेंगे तो मॉकपोल करा दिया जाएगा। क्योंकि देरी से मॉकपोल होने के चलते कई बार मतदान शुरू करने में देरी हो जाती है। तय समय पर मॉकपोल होने से ईवीएम आदि खराब होने पर उसे मतदान पूर्व बदल दिया जाएगा। साथ ही इस प्रक्रिया को समझाते हुए चुनव प्रेक्षकों ने शनिवार को मतदान में पीठासीन अधिकारी और मतदान दल के कार्यों पर नजर रखने के लिए 291 माइक्रो आब्जर्वर की नियुक्त कर दूसरे चरण का प्रशिक्षण दिया। उन्हें बताया गया कि मतदान के पहले मतदान केन्द्र में सुबह 6 बजे बनावटी मतदान (मॉक पोल) में माइक्रो आब्जर्वर को भी अनिवार्य रूप से शामिल होना है। मतदान से पहले सुबह 6 बजे तक यदि एजेंट उपस्थित नहीं होते हैं तो उनका अधिकतम 6.15 बजे तक इंतजार किया जाए उसके बाद मॉक पोल की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। प्रेक्षकों ने माइक्रो आब्जर्वरों को बताया कि उन्हें 39 बिन्दुओं पर निर्धारित प्रपत्र में जानकारी तैयार करना होगा, जो मतदान पूरा होने के बाद वापस लौटने पर प्रेक्षकों को पास जमा करना होगा।
–मॉकपोल के दौरान इन बिंदुओं पर खास नजर रहेगी
1-हर बैलेट यूनिट में प्रत्याशी सहित नोटा का बटन कम से कम दो बार दबा कर देखा जाएगा।
2-ईवीएम ठीक ढंग से काम कर रही है या नहीं।
3-सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया है सीआरसी ईवीएम मशीन की कंट्रोल यूनिट को मतदान के लिए क्लोज करना।
4-बंद करने के बाद फिर उसका रिजल्ट अर्थात परिणाम देखना।
5-अंत में कंट्रोल यूनिट का क्लीयर बटन दबाकर मॉकपोल के आंकड़ों को मिटाना।
6- इसके बाद वीवीपैट मशीन में पड़े मतों की पर्चियों को भी निकाल कर अलग से लिफाफे में रखना होगा।
7-फिर माइक्रो आब्जर्वर को निर्धारित प्रपत्र में मॉक पोल पूरा होने के प्रमाण पत्र में हस्ताक्षर करना होगा।
8-शाम को मतदान खत्म होने के बाद ईवीएम मशीन की कंट्रोल यूनिट में क्लोज का बटन दबाना अनिवार्य है।
–ईवीएम में ऐसी होगी जांच, देखेंगे, बटन दबाने से किसे पड़ रहा वोट-
1-यदि कंट्रोल यूनिट या बैलेट यूनिट या वीवीपैट मशीन खराब होती है तो पूरी ईवीएम का सेट बदला जाएगा
2- बैलेट यूनिट में सभी प्रत्याशियों सहित नोटा के बटन को दबा कर देखा जाएगा।
3- जिस नाम के आगे के बटन दबाए जा रहे हैं, उन्ही प्रत्याशी को वोट जा रहा है या नहीं ।
4-यदि सिर्फ वीवीपैट मशीन में खराबी आती है तो सिर्फ वीवीपैट मशीन ही बदली जाएगी।
5-मतदान के दौरान मतदाता सूची की चिन्हित प्रति अर्थात मतदाता रजिस्टर और मतपत्र लेखा की जानकारी भरते समय काफी सतर्कता रखनी होगी।