रायपुर। दाऊ कल्याण सिंह हॉस्पिटल (डीकेएस) के अधीक्षक डॉ. पुनित गुप्ता के डिग्री को लेकर अब सवाल उठने लगा है। डॉ. पुनित गुप्ता की डिग्री की जांच को लेकर कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि रिकॉर्ड जब्त कर जांच किया जाए। इससे डिग्री की गड़बड़ी को लेकर कई तथ्य सामने आएंगे। बता दें कि डॉ. पुनीत गुप्ता की अकादमिक योग्यता के बारे में चौका देने वाला खुलासा हुआ है। नेफ्रोलॉजी में पीजी करने वाले डॉ. पुनीत गुप्ता ने नियम कायदों की धज्जियां उड़ाते हुए नेफ्रोलॉजी नहीं बल्कि बायोटेक्नॉलाजी में पीएचडी की थी। पिछले साल सरगुजा विश्वविद्यालय में डॉक्टर आॅफ साइंस के लिए एप्लाई कर दिया। हालांकि भारी दबाव के बाद इसे खारिज कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि सरगुजा विश्वविद्यालय ने अपने इतिहास में आज तक किसी को डॉक्टर आॅफ साइंस की डिग्री नहीं दी है। रविशंकर और सरगुजा दोनों ही यूनिर्वसिटीज में मेडिकल की पढ़ाई ही नहीं होती। सूत्रों का कहना है कि रविशंकर से पीएचडी के लिए डॉ. पुनीत गुप्ता ने जरूरी छह माह का पीएचडी कोर्स वर्क किए बिना पंजीयन करवा लिया था। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के बायोटेक्नॉलॉजी विभाग के शोधकेंद्र में जरूरी 240 दिन की उपस्थिति के बिना ही उन्होंने अपना शोध कार्य पूरा कर लिया। वहीं कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ इस मामले की शिकायत मेडिकल काउंसिल आॅफ इंडिया से करने की तैयारी में है।