भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में पिछले लगभग आठ वर्षों में हुई गड़बड़ियों को लेकर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) सक्रिय हो गया है। ईओडब्ल्यू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यहां बताया कि विश्वविद्यालय की तरफ से शिकायत आवेदन कल मिल गया है और प्रकोष्ठ इसका परीक्षण कर रहा है। परीक्षण के बाद इसमें आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। विश्वविद्यालय के कुलसचिव की ओर से एक पत्र प्रकोष्ठ को लिखा गया, जिसमें वर्ष 2010 से 2018 के दौरान हुयी वित्तीय और अन्य प्रकार की गड़बड़ियों का जिक्र करते हुए इसमें वैधानिक कार्रवाई करने का अनुरोध ईओडब्ल्यू से किया गया है।
इस अवधि में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बृजकिशोर कुठियाला थे। इसमें जिक्र किया गया है कि इस दौरान एक विचारधारा विशेष से जुड़े लोगों के नाम पर काफी गड़बड़ियां की गयी हैं। पत्र में गड़बड़ियों संबंधी विभिन्न मामलों के जिक्र के साथ ही सरकारी पैसे से मद्यपान करना, परिजनों की विदेश यात्रा के लिए टिकट और अन्य वित्तीय अनियमितताएं करना भी शामिल हैं। इस अवधि में विभिन्न नियुक्तियों और कार्यक्रमों के आयोजनों में भी वित्तीय अनियमितताएं होने की बात कही गयी है। विश्वविद्यालय ने इन सभी मामलों में जांच का अनुरोध ईओडब्ल्यू से किया है। इसके अलावा राज्य के सहकारिता विभाग से संबंधित एक सौ करोड़ रूपयों से अधिक का कथित घोटाला भी इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है।
भोपाल जिला केंद्रीय सहकारी बैंक की 118 करोड़ रूपए की धनराशि दो कंपनियों में निवेश की गयी थी और यह लगभग डूब चुकी है। इस संबंध में राज्य के सहकारिता मंंत्री डॉ गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि मामले में दोषियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई की जाए। राज्य की लगभग चार माह पुरानी कांग्रेस सरकार भाजपा के डेढ़ दशक के शासन के दौरान हुए घोटालों की जांच पड़ताल में जुटी हुयी है। प्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने कल यहां एक विज्ञप्ति में कहा है कि उनका संगठन पूर्ववर्ती सरकार के घोटालों में कार्रवाई चाहता है।