अहमदाबाद(ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने के बाद अब गुजरात में भी बहुजन समाज पार्टी ने सभी 26 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। बसपा के गुजरात की सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने से भाजपा और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ना तय हैं। बता दें कि बसपा का दलित वोटबैंक काफी मजबूत है, ऐसे में इन दोनों पार्टियों को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है।
पार्टी सुप्रीमों 17 अप्रैल को गुजरात में आयोजित होने वाली रैली में शामिल होकर कार्यकर्ताओं को संबोधित भी करेंगी। गुजरात में 23 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान होना हैं।
गुजरात में बसपा के प्रभारी रामअचल राजभर ने बताया कि बसपा कार्यकर्ताओं की राय है कि संगठन को और मजबूत बनाने के लिए पार्टी सभी सीटों से अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे। गुजरात में सभी 26 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। यहां 2014 में भी बसपा ने सभी बैठकों पर चुनाव लड़ा था, किन्तु सभी प्रत्याशी हार गये थे।
वहीं 2017 में के विधानसभा चुनाव में भी बसपा ने 138 सीट से अपने प्रत्याशी चुनाव में उतारे थे, लेकिन सभी हार गये थे। हालांकि पार्टी को 2.02 लाख वोट मिले थे, जो कुल वोट का 0.6 प्रतिशत था।