लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई ने काफी समय से बगावती तेवर दिखा रहे अपने नेता और पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री आईपी सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में सोमवार को छह साल के लिये निष्कासित कर दिया।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर ने यहां बताया कि श्री सिंह को प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पाण्डेय के निर्देश पर पार्टी से निष्कासित किया गया है।
श्री सिंह ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का नाम लिये बगैर उन्हें ठग बताया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा था, “मैं उसूलदार क्षत्रिय कुल से हूं। दो गुजराती ठग हिन्दी हृदयस्थल, हिन्दी भाषियों पर कब्जा करके पांच वर्ष से बेवकूफ बना रहे हैं।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री और लखनऊ से भाजपा प्रत्याशी राजनाथ सिंह को झूठा बताते हुये लिखा था, “आपने लखनऊ में कुछ विकास नहीं किया है। 5 किलोमीटर रिंग रोड बनी है उसे श्री नितिन गडकरी जी ने बनाया है। आपने अपने गांव जहां पैदा हुये और पले-बढ़े उसका विकास नहीं किया, उसे भूल गये। फिर यहां की जनता सब जानती है। दोनों रेलवे स्टेशन बदहाली में पड़े हैं और आप सौ बार इसको लेकर झूठ बोल चुके हैं।”
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को जब उनकी पार्टी ने आजमगढ़ संसदीय सीट से प्रत्याशी घोषित किया था तो आईपी सिंह ने ट्वीट कर अपने घर में उन्हें दफ्तर खोलने का भी निमंत्रण दिया था।