रायपुर। छत्तीगसढ़ में किसानों की कर्जमाफी पर विपक्ष के निशाने पर रही सरकार ने अब किसानों को कर्जमाफी का प्रमाण पत्र बांटना शुरू कर दिया है। सहकारिता मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जांजगीर के किसानों को प्रमाण पत्र बांटा। इस प्रमाण पत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सहकारिता मंत्री प्रेमसाय की फोटो लगी हुई है।
दरअसल, भाजपा लगातार यह आरोप लगा रही है कि किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है। किसी भी किसान को नोड्यूस नहीं दिया गया है, जिससे किसानों को बैंक कर्ज नहीं दे रहे हैं। इसको देखते हुए सरकार ने प्रमाणपत्र वितरण शुरू किया है।
जांजगीर-चांपा जिले के विकास खंड़ नवागढ़ के ग्राम अमोदा में अल्प कालीन कृषि ऋण माफी योजना के तहत 35 किसानों को ऋण माफी का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इसके साथ ही टेकाम ने हरित क्रांति योजना के तहत 15 लाख 40 हजार स्र्पये की लागत से दो सौ मीट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम का भूमि पूजन भी किया।
प्रभारी मंत्री ने स्थानीय लोगों की मांग पर हाई स्कूल परिसर में अहाता निर्माण एवं अन्य आवश्यकताओं को शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया। डॉ. प्रेमसाय सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों की समृद्धि के लिए अनेक योजनाएं प्रारंभ की है। सरकार गठन होते ही किसानों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य दिलाने के लिए धान की कीमत 2500 स्र्पये प्रति क्विंटल दिलायी गई।
सिंह ने कहा कि अल्प कालीन कृषि ऋण माफी योजना के तहत राज्य के किसानों का 6 हजार करोड़ स्र्पये से अधिक राशि का कृषि ऋण माफ किया गया। सरकार के इन फैसलों से किसानों का उत्साह बढ़ा है। युवाओं में भी कृषि के प्रति रूचि बढ़ी है। डॉ. टेकाम ने बताया कि किसानों की समृद्धि के लिए नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी को संरक्षित करने के लिए भी कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। बीपीएल परिवार को भी 35 किलो चावल प्रति कार्ड दिया जा रहा है।