रीवा।
शहर के चोरहटा थाना के नौबस्ता चौकी अंतर्गत भोलगढ़ गांव के पास दुर्घटना में हुई दो स्कूली बच्चों की मौत से आक्रोशित परिजन शव रखकर सड़क पर बैठ गए थे। गुरुवार रातभर परिजन बैठे रहे और 18 घंटे बाद प्रशासन की समझाइश के बाद परिजन का आक्रोश शांत हुआ। पुलिस ने दुर्घटना का मामला दर्ज करके शव का पीएम करवाया है। इसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।
आर्थिक मदद का आश्वासन
मासूम छात्रों की हुई मौत मामले में परिजन लगातार भोलगढ़ गांव के पास होने वाली घटना के लिए अव्यवस्था को जिम्मेदार बता रहे थे तो वहीं व्यवस्था सुधारने तथा मृतक बच्चों के पीड़ित परिवार को सरकार के संबल योजना से चार-चार लाख रुपए की आर्थिक मदद तथा अंतिम संस्कार के लिए पांच-पांच हजार रूपये की रकम दिए जाने की बात प्रशासन ने कहीं है। हालांकि परिजनों का कहना था कि रकम अभी नहीं मिली और आश्वासन उन्हें दिया गया है।
भोलगढ़ गांव के पास गुरुवार की शाम 4ः30 बजे डंपर की टक्कर लगने से बाइक सवार मोहित साकेत और व्यागृति साकेत की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। जबकि तनु साकेत और बाइक चला रहा सचिन साकेत घायल हो गया था। बाइक सवार युवक सरदार पटेल स्कूल से तीनों बच्चों को छुट्टी होने के बाद घर लेकर जा रहा था और पीछे से डंपर की टक्कर लगने से यह दुर्घटना हो गई।
बदमाशों ने गांव में फैलाई दहशत
पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि इस दुर्घटना के बाद वे शव के पास रात में घटनास्थल पर बैठे हुए थे। इस दौरान कुछ बदमाशों ने दहशत फैलाई और धमकियां भी दीं। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हें खदेड़ कर पकड़ लिया और उनसे पूछताछ कर रही है।
क्रशर बंद कराने की मांग
भोलगढ़ में संचालित क्रशर को आंदोलनकारियों ने बंद करवाने की मांग की। उनका कहना था कि क्रशर से निकलने वाले वाहन से अक्सर दुर्घटनाएं हो रही हैं। उससे उड़ने वाली धूल से बस्ती के लोग परेशान हैं। यही वजह है कि क्रशर प्लांट को बंद किया जाए
समझाइश के बाद परिजन मान गए हैं। शासन के नियमानुसार उन्हें आर्थिक मदद दी जाएगी। शव का पीएम करवाया गया और शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
-जितेंद्र तिवारी, तहसीलदार हुजूर।