अभिनंदन की वापसी के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव कम नहीं हो रहा है. भारत के कूटनीतिक दवाब के सामने 60 घंटे के अंदर देश के वीर सैनिक विंग कमांडर अभिनंदन को वापस लौटा दिया. पाकिस्तान के लोग इसे पीएम इमरान खान की दरियादिली के तौर पर देख रहे हैं. इसके बाद से ही उन्हें शांति पुस्कार देने की मांग उठने लगी. नोबेल शांति पुरस्कार को लेकर अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बयान दिया. उनके बयान को उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने पोस्ट किया है. इस बयान को ‘पीटीआई’ ने अपने ट्वीटर हैंडल पर हिंदी में डाला है, जिसपर डॉ. कुमार विश्वास ने चुटकी ली है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा नोबेल शांति पुरस्कार पर दिए विशुद्ध हिंदी में ट्वीट किया. इस ट्वीट पर कवि डॉ. कुमार विश्वास ने चुटकी ली है. कुमार विश्वास ने ट्वीट करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट किया है, ‘भारत ने हिंदी कर दी इनकी’.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने खान को उद्धृत करते हुए ट्वीट किया, ‘मैं नोबेल शांति पुरस्कार के योग्य नहीं हूं. इसका योग्य व्यक्ति वह होगा जो कश्मीरी लोगों की इच्छा के अनुसार कश्मीर विवाद का समाधान करता है और उपमहाद्वीप में शांति एवं मानव विकास का मार्ग प्रशस्त करता है.’
आपको बता दें कि दो मार्च को पाकिस्तान की नेशनल एसेम्बली के सचिवालय को एक प्रस्ताव सौंपा गया, जिसमें कहा गया था कि भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को रिहा करने के खान के फैसले से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम हुआ है. प्रस्ताव के अनुसार खान ने वर्तमान तनाव में जिम्मेदारीपूर्वक कार्य किया और वह नोबेल शांति पुरस्कार के हकदार हैं.
कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. उसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था. तत्पश्चात भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया. अगले दिन पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की थी.