नई दिल्ली – पहलगाम हमले के बाद भारत पाकिस्तान के रिश्तों में और खटास आ गई है। इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच मिसाइल हमले किए गए हैं, जिसमें दोनों देशों के सैकड़ों नागरिकों की मौत हो गई है। हालांकि फिलहाल सीजफायर कर दिया गया है, लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बना हुआ है। लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर पाकिस्तान में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों से रेडिएशन लीक होने की खबरें तेजी से वायरल हो रही है। इसके साथ ही पाकिस्तानी हुकूमत का कथित लेटर भी वायरल किया जा रहा है।
दावा है कि भारत के सैन्य हमलों के बाद पाकिस्तान के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों से रेडिएशन लीक हो गया है, जिसे वहां की जनता भयावह स्थिति का सामना कर रहे हैं। कुछ लोग तो ये भी दावा कर रहे हैं कि लोग वहां रेडिएशन की चपेट में आकर बीमार पड़ रहे हैं। विदेशी विमान पाकिस्तान में इस आपदा को नियंत्रित करने के लिए उतर रहे हैं।
गौरतलब है कि 12 मई को भारतीय सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया है कि भारतीय हमलों में इनमें से ज्यादातर ठिकानों को निशाना बनाया गया है। भारत ने पाकिस्तान के शोरकोट में रफीकी एयरबेस, रावलपिंडी में नूर खान एयरबेस, चकवाल में मुरीद, रहीमयार खान, सुक्कुर और चुनियन के साथ-साथ पसरूर और सियालकोट में रडार साइटों को निशाना बनाया। इसके अलावा सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि कराची में स्थित मलीर छावनी पर भी भारत ने हमला किया था। इसका मतलब यह है कि भारतीय वायुसेना ने इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, सियालकोट, सरगोधा और कराची सहित पाकिस्तान के हर बड़े शहर में ठिकानों पर बमबारी की।
लेकिन जब वायरल लेटर की सत्यता की जांच की गई तो ये पाया गया कि इसमें कुछ त्रुटियां हैं, जो ये साबित करती है कि ये लेटर फर्जी है। शीर्षक में “Confidental” लिखा गया है जबकि “Confidential” होता है। वहीं, विषय पंक्ति में “Norther Region” लिखा गया है, जबकि ”Northern Region’ सही है। इसके अलावा पहले पैराग्राफ की चौथी पंक्ति में “24:55” घंटे, जिसे वास्तव में 00:55 पढ़ना चाहिए क्योंकि 24:55 मानक 24-घंटे घड़ी प्रारूप में मान्य समय नहीं है।