‘कांग्रेस ने अपने इतिहास में जो भी गलत किया उसकी मैं जिम्मेदारी लेता हूं’, राहुल गांधी ने सिख युवक के सवाल पर और क्या कहा?
पहलगाम आतंकी हमले पर केंद्र की किसी भी कार्रवाई का समर्थन करेगी कांग्रेस : प्रियंका गांधी
राहुल गांधी ने यह बयान दो सप्ताह पहले संयुक्त राज्य अमेरिका के ब्राउन यूनिवर्सिटी के वाटसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स में प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान दिया. एक सिख छात्र ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़की हिंसा में कांग्रेस की भूमिका को लेकर गांधी से सवाल किया. इस हिंसा में 3,000 से अधिक सिख मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश दिल्ली में मारे गए थे. इस घटना में कई कांग्रेस नेताओं की मिलीभगत के आरोप भी लगे थे.
छात्र ने कहा, ‘आप सिखों में यह डर पैदा कर रहे हैं कि भाजपा कैसी होगी… हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता चाहते हैं, जिसकी कांग्रेस पार्टी के शासन में पहले अनुमति नहीं दी गई.’ छात्र ने भाजपा शासन में धार्मिक स्वतंत्रता पर गांधी की पिछली टिप्पणियों पर सवाल उठाया. छात्र ने आनंदपुर साहिब प्रस्ताव का भी जिक्र किया, जिसके बारे में उसने दावा किया कि कांग्रेस ने अलगाववादी घोषणापत्र के रूप में इसे गलत तरीके से पेश किया है
’80 के दशक में जो हुआ गलत था’
छात्र ने सिख समुदाय के साथ सामंजस्य स्थापित करने में पार्टी की विफलता की आलोचना की और दोषी ठहराए गए पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दंड से मुक्ति के सबूत के रूप में इंगित करते हुए कहा, ‘कांग्रेस पार्टी में कई और सज्जन कुमार बैठे हैं.’ जवाब में, गांधी ने 1984 के दंगों की निंदा की पुष्टि करते हुए कहा: ‘मैंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि 80 के दशक में जो हुआ वह गलत था. मैं कई बार स्वर्ण मंदिर गया हूं. भारत में सिख समुदाय के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं.’ उन्होंने आगे कहा, ‘जहां तक कांग्रेस पार्टी की गलतियों का सवाल है, उनमें से बहुत सी तब हुईं जब मैं वहां नहीं था, लेकिन मैं कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने इतिहास में की गई हर गलत चीज की जिम्मेदारी लेने में बहुत खुश हूं.’
1980 के दशक की ‘हिंसक विरासत’ भारतीय राजनीति में एक राजनीतिक मुद्दा बनी हुई है. 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान भारतीय सेना द्वारा अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले को बाहर निकालने के लिए स्वर्ण मंदिर पर हमला करने से सिख समुदाय को गहरा आघात लगा. इस ऑपरेशन के कारण व्यापक आक्रोश फैल गया, जिसकी परिणति तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या और उसके बाद हुए सिख विरोधी दंगों में हुई.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में केंद्र सरकार की किसी भी कार्रवाई का पूरा समर्थन करेगी. प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने पहले ही इस रुख की पुष्टि करते हुए एक प्रस्ताव पारित कर दिया है.
वायनाड की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान कांग्रेस सांसद ने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार पहलगाम हमले के मद्देनजर तेजी से कार्रवाई करेगी प्रियंका ने यहां संवाददाताओं से कहा, ” कांग्रेस पार्टी…सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई और हमने एक प्रस्ताव पारित किया. प्रस्ताव में हमने कहा है कि सरकार जो भी कदम उठाने का फैसला करेगी, हम उसके साथ हैं. और हमें उम्मीद है कि वे जल्द ही कदम उठाएंगे.” कांग्रेस ने पहलगाम हमले की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को केंद्र से पाकिस्तान को लगातार आतंक का निर्यात करने के लिए दंडित करने के वास्ते दृढ़ता से काम करने का आग्रह किया और कहा कि यह एक राष्ट्र के रूप में ‘पाकिस्तान को सबक सिखाने’ के लिए हमारी सामूहिक इच्छाशक्ति दिखाने का समय है.
कांग्रेस ने राष्ट्रीय एकता और दृढ़ संकल्प का आह्वान करते हुए देश के सबसे अधिक सुरक्षा वाले क्षेत्रों में से एक में सुरक्षा और खुफिया जानकारी में ‘गंभीर चूक’ के लिए ‘समयबद्ध जवाबदेही’ तय करने की जरूरत को भी रेखांकित किया. विपक्षी दल ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) द्वारा पारित एक प्रस्ताव में ये बातें कहीं. सीडब्ल्यूसी की अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की, जिसमें पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी तथा महासचिव जयराम रमेश, के सी वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी वाद्रा सहित अन्य लोग शामिल हुए.