नई दिल्ली – भगोड़े मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। भारत को हजारों करोड़ रुपये के पीएनबी ऋण घोटाले में उसकी तलाश है। भारत के प्रत्यर्पण अनुरोध पर बेल्जियम ने चोकसी के खिलाफ एक्शन लिया है। जानकारी के मुताबिक मेहुल बेल्जियम के एंटवर्प में अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ रह रहा था। उसने वहां का रेजिडेंसी कार्ड भी हासिल कर लिया था।
जल्द प्रत्यर्पण शुरू करने का अनुरोध
एसोसिएटेड टाइम्स की खबर के मुताबिक भारतीय अधिकारियों ने बेल्जियम के अधिकारियों से मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जल्द शुरू करने का अनुरोध किया। इसके बाद वहां के प्रशासन ने चोकसी को हिरासत में लिया।
पत्नी के पास बेल्जियम की नागरिकता
चोकसी की पत्नी प्रीति के पास बेल्जियम की नागरिकता है। इस बीच उसने भी बेल्जियम का ‘एफ रेजीडेंसी कार्ड’ हासिल किया और इसी के सहारे अपनी पत्नी के साथ रहने लगा। ऐसा माना जाता है कि चोकसी बेल्जियम जाने से पहले एंटीगुआ और बारबुडा में भी रह चुका है। भारत को 13,500 करोड़ रुपये के पीएनबी ऋण धोखाधड़ी मामले में उसकी तलाश है।
फर्जी दस्तावेज पर बेल्जियम में ठहरा था चोकसी
मीडिया रिपोर्ट में दावा है कि चोकसी बेल्जियम से स्विट्जरलैंड जाने की फिराक में था। मगर उससे पहले ही उसे धर दबोचा गया। फर्जी दस्तावेजों और झूठे शपथपत्र के माध्यम से चोकसी ने बेल्जियम में निवास हासिल किया था।
बता दें कि मेहुल चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी ने फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के माध्यम से पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से 13,500 करोड़ रुपये का लोन हासिल किया था। घोटाले का खुलासा होने से पहले दोनों देश से बाहर जा चुके थे। नीरव मोदी लंदन की जेल में बंद है। वह भारत में अपने प्रत्यर्पण का विरोध कर रहा है।
एंटीगुआ से डोमिनिका पहुंचा, जेल में 51 दिन रहा था
चोकसी मई 2021 में एंटीगुआ से पड़ोसी देश डोमिनिका पहुंच गया था। यहां उसे अरेस्ट कर लिया गया। CBI की एक टीम उसका प्रत्यर्पण कराने के लिए डोमिनिका पहुंची, लेकिन इसके पहले ही ब्रिटिश क्वीन की प्रिवी काउंसिल से उसे राहत मिल गई। बाद में उसे फिर एंटीगुआ के हवाले कर दिया गया।
हालांकि, डोमिनिका की जेल में मेहुल चोकसी को 51 दिन गुजारने पड़े थे। यहां उसने दलील दी थी कि वो एंटीगुआ जाकर वहां के एक न्यूरोलॉजिस्ट से ट्रीटमेंट कराना चाहता है। एंटीगुआ पहुंचने के कुछ दिन बाद डोमिनिका की अदालत ने चोकसी के खिलाफ दर्ज केस भी खारिज कर दिए।
चोकसी को वापस लाना आसान नहीं
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के व्हिसलब्लोअर हरिप्रसाद एसवी ने मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी पर कहा कि प्रत्यर्पण कोई आसाना काम नहीं है। उसका बटुआ भरा है। वह यूरोप के सबसे अच्छे वकीलों को हायर करेगा। जैसा कि विजय माल्या कर रहा है। इसलिए भारत के लिए उसे वापस लाना आसान नहीं है।
हरिप्रसाद ने कहा कि चोकसी भले ही वह एंटीगुआ में पकड़ा गया था, लेकिन वह वहां से भागने में कामयाब रहा क्योंकि उसके पास वकीलों का एक बड़ा दल था। भारत सरकार के लिए यह इतना आसान नहीं होगा, हालांकि मुझे उम्मीद है कि इस बार सरकार सफल होगी।