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ED की रेड के बाद भूपेश बघेल का पहला बड़ा बयान, ED को मिला 33 लाख रुपये और पेन ड्राइव, जानिए पूरा घटना क्रम

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भिलाई नगर –  पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित पदुमनगर आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने छापेमारी की। छापेमारी के बाद, भूपेश बघेल अपने घर से बाहर आए और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बीजेपी और ईडी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब कांग्रेस और उनके खिलाफ एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है।

भूपेश बघेल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “भा.ज.पा घबरा गई है और ईडी के पास मेरे खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं हैं। यह सब एक साजिश का हिस्सा है, जिसका मकसद कांग्रेस पार्टी और मेरे खिलाफ बदनाम करना है।”

ED को कुछ नहीं मिला, केवल ‘पेन ड्राइव’ और ‘बांड पेपर’ मिले: भूपेश बघेल

भूपेश बघेल ने यह भी दावा किया कि ईडी के अधिकारियों को उनके घर से कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला। उन्होंने कहा, “ईडी के अधिकारियों को मेरे घर की तलाशी में केवल मंतूराम और पुनीत गुप्ता के बीच हुई बातचीत की एक पेन ड्राइव मिली है और अभिषेक सिंह के कंपनी का बांड पेपर मिला, लेकिन जब उनका नाम सुना गया, तो तुरंत उसे छोड़ दिया गया।” बघेल ने आगे कहा कि ये सब साजिशें कांग्रेस और उनके खिलाफ बदनामी फैलाने के लिए की जा रही हैं।

ED के अधिकारियों से मुलाकात की पूरी कहानी

बघेल ने इस छापेमारी के बारे में बताते हुए कहा, “सुबह-सुबह जब ईडी की टीम मेरे घर पहुंची, तब मैं चाय पीते हुए अखबार पढ़ रहा था। जब ईडी के अधिकारियों ने मुझे बताया कि वे तलाशी लेने आए हैं, तो मैंने पूछा कि उनका सर्च वारंट कहां है। इसके बाद अधिकारियों ने कहा कि वे उसे लेकर आ रहे हैं।”

“ईडी को मेरे घर से केवल 33 लाख रुपये मिले हैं, जो मेरे परिवार के सभी सदस्यों के पास थे। हम 140 एकड़ ज़मीन पर खेती करते हैं और डेयरी का व्यवसाय भी करते हैं, इसलिए यह कोई बड़ी रकम नहीं है। यह पूरी तरह से एक सामान्य परिवार की संपत्ति है, जिसका कोई गलत स्रोत नहीं है। ईडी की इस कार्रवाई से यह भी साफ हो गया है कि भाजपा के शासन में विधानसभा में सवाल उठाना अब एक अपराध समझा जा रहा है। जो लोग सरकार से सवाल पूछते हैं, उनके खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की जाती है। यह एक साजिश का हिस्सा है और इसका उद्देश्य विपक्षी नेताओं को डराना और उनका मुंह बंद करना है। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है और हम इसे कभी सहन नहीं करेंगे। हम सभी को मिलकर इस षड्यंत्र का मुकाबला करना होगा।”

कांग्रेस नेताओं पर की जा रही कार्रवाई पर भूपेश बघेल का बयान

पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेताओं पर खासतौर पर तब दबाव डाला जा रहा है जब वे सदन में सवाल पूछते हैं। उन्होंने कहा, “कवासी लखमा ने सदन में सवाल पूछा था, तो ईडी की टीम उसके घर पहुंच गई थी। जब मैंने एक सवाल पूछा, तो फिर मेरे घर भी ईडी की टीम पहुंच गई। इसका मतलब यह है कि अरुण साव से ज्यादा विजय शर्मा की चलती है।”

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को किया धन्यवाद

भूपेश बघेल ने इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और विधायकों का दिल से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “सभी मेरे लिए सुबह से मोर्चे पर डटे रहे। मैं आप सभी से कहना चाहता हूं कि आप सजग और सतर्क रहें, क्योंकि ये समय हमारी एकजुटता और संघर्ष का है।”

भूपेश बघेल के इस बयान के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में ईडी की छापेमारी का क्या असर होता है ।