रायपुर – छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में सत्ता पक्ष के ही विधायक अपने मंत्रियों से गंभीर मुद्दों पर बहस करते दिख रहे हैं। 9वें दिन भी विधायक अजय चंद्राकर की मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से बहस हुई। विधानसभा में आज शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान CGMSC का मुद्दा उठाया गया। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने रीएजेंट सप्लाई का मुद्दा उठाते हुए उपकरण सप्लाई की दरों को लेकर जानकारी मांगी। जिस पर जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बताया कि मामले में 15 अफसरों के खिलाफ EOW को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 2024-25 में 120 करोड़ रुपए का प्रावधान था, जिसमें 385 करोड़ रुपए की खरीदी कर ली गई। अब मामला EOW को सौंप दी गई है, जो भी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की गई है।
इस मामले में अजय चंद्राकर ने बिना राशि के खरीदी को लेकर सवाल उठाया, साथ ही उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की भी जानकारी मांगी।
मंत्री ने बताया कि हमने जांच रिपोर्ट मंगाई है। फिलहाल यही जानकारी है कि 15 अफसरों के खिलाफ EOW की कार्यवसही चल रही है।
इसके बाद अजय चंद्राकर ने मोक्षित कॉर्पोरेशन में हुई गड़बड़ी को लेकर सवाल पूछा, जिसका जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बगैर मांग के सप्लाई की गई है और तय दर से कई गुणा अधिक कीमत पर सामानों की आपूर्ति हुई है।