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नया बस स्टैंड में आए दिन गुंडागर्दी, पुलिस बेबस,50 दुपहिया वाहनों पर बरपाया कहर

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रायपुर – भाठागांव बस स्टैंड में पुलिसिंग ट्रेव्हलर्स एजेंटो एजेंटों की गुंडागर्दी बदस्तूर जारी। देर रात तो हद ही हो गई भगवान भरोसे चल रहे बिना सुरक्षा के चल रहे बस स्टैंड में असासाजिक तत्वों ने बसों से पर कहर बरपाते हुए 50 दुपहिया वाहनों में तोडफ़ोड़ कर पुलिस को चुनौती दी है। असामाजिक तत्व पहले भी लूट, छिनताई ,उठछागिरी , छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दे चुके है। पुलिस ने जब कोई कार्रवाई नहीं तो गुंड़ों के औऱ हौसले बुलंद होने का नजारा दुपहिया वाहनों में तोडफ़ोड़ कर दियाखा.

अब पुलिस नीद से जागकर सुबह चाय पीने बसस्टैंड पहुंची तो पता चला कि रात में 40-50 दुपहिया वाहनों में गुंड़ों में बसों में फोडफ़ोड़ अपनी ताकत की प्रदर्शन किया.। पुलिस तो पुलिस है जो साहब कहते वहीं करती है।साप्ताहिक बाजार कोहकामेटा में नेशनल लोक अदालत का किया गया प्रचार प्रसार पिछले दिनों जनता से रिश्ता ने दुकानदीार को दुकान से निकाल कर घसीट-घसीट कर मारपीट का वीडियो वायरल किया था, लेकिन पुलिस प्रशासन हरकत मेंम नहीं आई औऱ कर आधी रात युवकों ने 50 से अधिक बाइकों को नुकसान पहुंचाया जो ट्रैवल्स कर्मचािरयों के थे।

भाटागांव बस स्टैंड में गुंडागर्दी, दुकान से बाहर खींचकर होटल मालिक की डंडे से पिटाई भाठागांव बस स्टैंड असामाजिक तत्वों के जद में बस टर्मिनल में अवैध बुकिंग एजेंट, हॉकर, जुआरी और नशेडिय़ों का कब्जा यात्री हो रहे गुंडागर्दी के शिकार, यातायात महासंघ ने गृहमंत्री से की शिकायत रायपुर । भाटागांव बस स्टैंड में लडक़ों की गुंडागर्दी का वीडियो सामने आया है। जिसमें चार-पांच लडक़े बस स्टैंड के भीतर एक होटल मालिक के साथ जमकर मारपीट कर रहे हैं।

इस दौरान एक युवक डंडे से दुकान मालिक को पीटते नजर आ रहा है। फिलहाल इस मामले में फिलहाल टिकरापारा थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। आरोपी बस स्टैंड में घूमने वाले बदमाश हैं। आरोपी बसों में सवारी और होटल में खाने-पीने के लिए बाहर से आने वाले लोगों पर जबरदस्ती दबाव बनाते हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले की शिकायत पहले भी पुलिस थाने में की गई उसके बावजूद एक्शन नहीं हुआ। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लडक़े एक होटल मालिक को दुकान से बाहर निकाल कर उसके साथ बुरी तरह से मारपीट कर रहे हैं। वे उसे जमीन में पटककर लात-घुसे से मार रहे हैं। इस दौरान एक युवक डंडे से दुकान मालिक को पीटते नजर आ रहा है। फिलहाल इस मामले में टिकरापारा थाने में रिपोर्ट दर्ज होने की सूचना नहीं है।

राजधानी रायपुर के भांटागांव स्थित बस स्टैंड से कई कारनामे सामने आते रहते हैं. कभी यात्रियों से मारपीट, दुर्व्यवहार तो कभी गुंडागर्दी किसी से छिपी नहीं है. इन सबके बीच अब बस स्टैंड में सिस्टम की नाकामी के कारण रायपुर बस स्टैंड पर ‘असामाजिक तत्वों के पूरी तरह जद में फंस गया है। पुलिस आरटीओ के अधिकारी सिर्फ बस टर्मिनल में अवैध बुकिंग एजेंट, हॉकर, जुआरी और नशेडिय़ों से कब्जा मुकेत करने का बात करते है पर मामला टाय-टाय फिस्स है. हर रोज यात्री गुंडागर्दी और आतंक के शिकार हो रहे हैं. ऐसे में छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ भडक़ उठा है। मामले की गृहमंत्री से शिकायत करने के साथ सख्त कार्रवाई की मांग की है.

कलेक्टर और सीईओ ने मतदान केंद्रों का किया निरीक्षण असामाजिक तत्वों और नशेडिय़ों से मुक्त हो बस स्टैंड छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य की जनता के हितार्थ राजधानी रायपुर में नया बस टर्मिनल भाटागांव, रायपुर की स्थापना लगभग दो साल हो गए, लेकिन वर्तमान में बस टर्मिनल में अवैध रूप से बुकिंग एजेंटों, हॉकरों, असामाजिक तत्वों और नशेडिय़ों का कब्जा मुक्त नहीं हो सका । यातायात महासंघ ने कहा कि बस टर्मिनल में पुलिस चौकी समुचित रूप से उपलब्ध नहीं है. आये दिन आम बस यात्री और आम जनता गुंडागर्दी का शिकार हो रहे हैं. आम यात्रियों से अत्यधिक राशि किराये के रूप में ले जाती है. यात्रियों को उनके गंतव्य तक नहीं पहुंचाया जाता है, जबकि पूरा किराया वसूल कर लिया जाता है, जो की किराये से डेढ़ गुना अधिक होता है।अवैध बुकिंग एजेंटों के द्वारा बस के मार्ग से भी अधिक भिन्न मार्ग का किराया ले लिया जाता है. आगे की यात्रा के लिये आम यात्रियों को कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाती है. इन अवैध एजेंटों के द्वारा वैध बस परमिट के अंतिम स्टापेज में आम यात्रियों से टिकट भी वापस ले लिया जाता है, जिससे आम यात्री यह साक्ष्य भी उपलब्ध नहीं करा पाते की उनके द्वारा बस में यात्री की गई है। निर्दोष को पुलिस ने बना दिया दोषी गत दिनों नए बस स्टैंड में एक मारपीट के मामले में पुलिस ने पीडि़त के बयान के बावजूद आरोपी को पकडऩे के बजाय निर्दोष को पकड़ लिया जबकि पीडि़त चीख -चीख कर कह रहा था कि जिस व्यक्ति को पकड़ा है उसने हमला नहीं किया है। हमला करने वाला कोई और था जो सीसीटीवी में स्पष्ट दिखाई दे रहा था। मामले को थाने से ही लीपीपोती कर आरोपी को चलता कर दिया गया, अब ऐसे में पीडि़तों को न्याय कैसे मिलेगा।