रायपुर – सेंट्रल जेल रायपुर के कैदी और विचाराधीन बंदी पहली बार हैंडवॉश, डिशवाश (बर्तन मांजने) नहाने, कपड़ा धोने का पाउडर एवं साबुन, फिनाईल और टॉयलेट क्लीनर बनाएंगे। इसके लिए ग्रामीण आजीविका मिशन एवं बैंक ऑफ बड़ौदा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) द्वारा 35 कैदियों और विचाराधीन बंदियों को 6 दिन का प्रशिक्षण देकर उन्हें प्रमाण पत्र दिया गया है।
कैदियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
जेल प्रशासन द्वारा प्रशिक्षण से कैदी रिहा होने पर वह स्वयं के साथ ही अन्य लोगों को रोजगार उपलब्ध करा सकेंगे। इसके लिए उन्हें बैंक ऑफ बड़ौदा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) द्वारा वित्तीय मदद और मार्गदर्शन भी मिलेगा। जेल प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि प्रथम चरण में 35 कैदियों के बाद अन्य कैदियों को प्रशिक्षण देने की योजना है।
प्रशिक्षण सत्र के समापन पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता जेल अधीक्षक अमित शांडिल्य, विशेष अतिथि मनोज मिश्रा,अरूण सोनी, नवीन कुमार सिंह, जेल के शिक्षक नेतराम नाकतोड़े, शशांक दीवान, प्रशिक्षण समन्वयक चंदन साहू और उप अधीक्षक एमएम प्रधान उपस्थित थे।
जेल के मॉल में मिलेगा साबुन और हैंडवॉश
कैदियों द्वारा निर्मित साबुन, हैंडवॉश फिनाईल और टॉयलेट क्लिनर को जेल रोड स्थित उत्थान शॉपिंग माल के माध्यम से विक्रय किया जाएगा। उक्त सभी सामानों को रसायनिक केमिकल, हानिकारक कास्टिक और रंगों का इस्तेमाल नहीं करने के साथ ही प्राकृतिक रूप से बनाए जाने का प्रशिक्षण दिया गया है।