पटना – दिल्ली-एनसीआर में आज सवेरे भूकंप के तेज भटके महसूस किये गये। इसके करीब ढाई घंटे बाद बिहार में भूकंप के झटके महसूस किए गए। सीवान जिला इसका केंद्र रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र सीवान रहा। यहां पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई। इधर, सोमवार सुबह सुबह कंपन महसूस होने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल गए। हालांकि कहीं से किसी तरह की नुकसान की खबर नहीं है। हालात सामान्य है।
दिल्ली-एनसीआर में आज सवेरे भूकंप के तेज भटके महसूस किये गये। भूकंप सवेरे 5.36 बजे आया। भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत भूकंप के रिकॉर्ड करने वाली संस्था- नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक इसकी तीव्रता 4.0 मापी गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की। उन्होंने सभी लोगों से शांत रहने और सुरक्षा सावधानियों का पालन करने, संभावित झटकों के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया जाता है।
बिहार में इससे पहले सात जनवरी को तीन बार सुबह में एक और शाम में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। पटना समेत कई जिलों में लोगों ने यह झटका ज्यादा महसूस किया। सुबह जब कंपन महसूस हुआ तो कई लोग सो ही रहे थे। लेकिन, शाम 5:20 बजे और 5:26 बजे फिर से कंपन हुई तो इसका एहसास सभी को हुआ। इस बार सुबह की तुलना में तीव्रता (3.5) कम थी। लेकिन, लोग फिर से सहम गए और फौरन घर से बाहर आ गये। उस वक्त, तिब्बत के जिजांग इलाके में जमीन के अंदर करीब 10 किमी भूकंप का केंद्र था।
भूकंप के दौरान जमीन में सुनाई दी तेज गड़गड़ाहट की आवाज
नई दिल्ली – सोमवार की सुबह राजधानी दिल्ली में आए भूकंप से दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई इलाके कांप गए। इस भूकंप में किसी नुकसान की अभी तक खबर नहीं हैं, लेकिन कई लोगों का कहना है कि झटके इतनी तेज थे कि यह उनके जीवन के सबसे भयानक अनुभवों में से एक बन गया। भूकंप के दौरान जमीन के भीतर तेज गड़गड़ाहट की आवाज भी सुनी गई, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि अब विशेषज्ञों ने बताया है कि किस वजह से यह आवाज सुनाई दी।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, भूकंप के दौरान, जमीन कंपन करती है, जिससे छोटी अवधि की भूकंपीय तरंग गति पैदा होती है जो हवा तक पहुंचती है और ये ध्वनि तरंग बन जाती है। ये ध्वनि तरंग वायुमंडल में कंपन पैदा कर सकती हैं। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, भूकंप का केंद्र जितना उथला या कम गहराई में होगा, उतनी ही ज्यादा ऊर्जा सतह तक पहुंच सकती है। उच्च आवृत्ति वाली भूकंपीय तरंगे जमीन से होकर गुजरती हैं, इसकी वजह से ही भूकंप के दौरान गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई देती है। दिल्ली में आए भूकंप का केंद्र जमीन के भीतर महज पांच किलोमीटर अंदर ही था, जिसके कारण लोगों को तेज आवाज सुनाईं दी।