रायपुर – छत्तीसगढ़ की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने मुंबई से तीन संदिग्ध बांग्लादेशी घुसपैठियों को हिरासत में लिया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान मोहम्मद इस्माइल, शेख अकबर और शेख साजन के रूप में हुई है। तीनों पुलिस रिमांड पर हैं और पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं। मंगलवार को केंद्रीय एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की ऑपरेशन विंग की दो सदस्यीय टीम ने टिकरापारा थाने में पहुंचकर इनसे पूछताछ की।
गिरफ्तार व्यक्तियों ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि वे धार्मिक यात्रा (जियारत) के लिए इराक जाने की योजना बना रहे थे। हालांकि, जांच एजेंसियों को संदेह है कि उनका असली उद्देश्य इराक में स्थायी रूप से बसना था। सूत्रों के अनुसार, ATS और IB को जानकारी मिली है कि इनके अन्य सहयोगी भी प्रदेश में मौजूद हो सकते हैं।
मुंबई से पकड़े गए तीनों बांग्लादेशी भाई बीते आठ वर्षों से रायपुर में कबाड़ के कारोबार से जुड़े हुए थे। ATS के अनुसार, इन लोगों ने रायपुर में रहने की व्यवस्था किसी शेख अली के माध्यम से की थी। फिलहाल, पुलिस और ATS शेख अली के बारे में अधिक जानकारी एकत्र करने में जुटी हुई है।
टिकरापारा थाना प्रभारी विनय सिंह बघेल के अनुसार, मोहम्मद इस्माइल और उसके भाई संतोषी नगर सहित रायपुर के कई इलाकों में घूम-घूमकर कबाड़ खरीदने और बेचने का काम कर रहे थे। रायपुर में वे पहले धरमपुरा और फिर मिश्रा बाड़ा इलाके में किराए पर मकान लेकर रह रहे थे।
ATS ने इन तीनों के मोबाइल फोन जब्त कर टिकरापारा पुलिस को सौंप दिए हैं। पुलिस को संदेह है कि इन संदिग्धों ने मोबाइल से कई महत्वपूर्ण डेटा हटा दिए हैं। इसे पुनः प्राप्त करने के लिए मोबाइल की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी।ATS और IB यह भी जांच कर रही हैं कि क्या ये तीनों किसी प्रतिबंधित संगठन से जुड़े हुए थे। पुलिस को आशंका है कि कबाड़ का व्यापार केवल एक बहाना हो सकता है और इनका मकसद कुछ और हो सकता है। इनके पास मौजूद दस्तावेज भी संदिग्ध पाए गए हैं, जिससे संकेत मिलता है कि इन्हें फर्जी दस्तावेजों की मदद से भारतीय नागरिकता दिलाने का प्रयास किया गया था। पुलिस अब उन व्यक्तियों की तलाश में है जिन्होंने इनके लिए नकली दस्तावेज तैयार किए थे।