बिलासपुर – बिलासपुर जिला मुख्यालय में आज हाईवोल्टेज पालिटिक्स देखने को मिला। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने जिला प्रशासन के आला अफसरों को आड़े हाथों लिया। चुनाव में जानबुझकर असहयोग करने व प्रचार में रोड़ा अटकाने को लेकर आब्जर्वर के साथ ही चुनाव आयुक्त से शिकायत भी दर्ज कराई। इनकी नाराजगी यही नहीं थमी। दरअसल जिला प्रशासन ने कांग्रेस को ट्रैक्टर रैली की अनुमति नहीं दी। प्रशासन का कहना था कि इससे यातायात जाम होगा और लोगों को परेशानी होगी। कांग्रेस का कहना था कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल की अगुवाई में निकलने वाली ट्रैक्टर रैली के लिए तीन दिन पहले ही अनुमति मांगी थी। दो दिनों तक इसे लटकाए रखने के बाद एनवक्त पर प्रशासन ने ट्रैक्टर रैली की अनुमति से इंकार कर दिया।
नाराज कांग्रेसी नेताओं ने इसे प्रशासन के अफसरों द्वारा जानबुझकर रोड़ा अटकाए जाने की बात कही और सत्ताधारी दल के इशारे पर काम करने का आरोप भी लगाया। अनुमति को लेकर चल रहे विवाद के बीच पूर्व सीएम भूपेश बघेल का बिलासपुर आगमन हो गया था। जब इस बात की जानकारी पूर्व सीएम को दी गई तो वे प्रशासनिक अफसरों को जमकर कोसा और ट्रैक्टर रैली निकालने की सहमति दे दी।
पूर्व सीएम के ट्रैक्टर रैली में जिले के दिग्गज कांग्रेसी नजर आए। पूर्व सीएम बघेल स्टेयिरंग सीट पर बैठे थे। उनके बाज में मेयर केंडिडेट प्रमोद नायक,विधायक अटल श्रीवास्तव, दिलीप लहरिया सहित संगठन के पदाधिकारी बैठे थे।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ट्रैक्टर रैली को अनुमति नहीं मिलने पर कांग्रेस नेताओं ने पूर्व मंत्री और बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया कि उनके इशारे पर प्रशासनिक अफसरों ने रैली की अनुमति नहीं दी। कांग्रेस ने चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर एडीएम, एसडीएम और एएसपी को तत्काल हटाने की मांग की है। इसे लेकर आज पूरे दिन सियासी पारा गरम रहा।