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चार युगों से धरती पर भटक रहे इस अघोरी का हुआ था नार्को टेस्ट, 10 गोलियां खाकर बताया हिला देने वाला सच, कहा राम कृष्ण…

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आज हम आपको उस अघोरी के बारे में बताएंगे, जो 4 युगों से धरती पर मौजूद है। जी हां, उनका दावा है कि वो चार युगों से धरती पर हैं और इसी बात का पता करने के लिए उनका नार्को टेस्ट भी कराया गया था। 
नई दिल्ली – महाकुंभ की शुरूआत से ही सबसे ज्यादा चर्चा अघोरी बाबा और नागा साधुओं की हो रही है। अघोरियों के विचित्र और रहस्यमयी जीवन को जानने के लिए हर कोई इच्छुक हैं। माना जाता है कि अघोरियों के पास कुछ रहस्मयी शक्तियां भी होती हैं। आज हम आपको उस अघोरी के बारे में बताएंगे, जो 4 युगों से धरती पर मौजूद है। जी हां, उनका दावा है कि वो चार युगों से धरती पर हैं और इसी बात का पता करने के लिए उनका नार्को टेस्ट भी कराया गया था।  आपको बता दें कि लेखक अक्षत गुप्ता ने अपने पॉडकास्ट में इस अघोरी का राज बताया है।
तलाशी जारी

सुरक्षा एजेंसियों ने एमएएम स्टेडियम की गहन जांच शुरू कर दी। पूरे स्टेडियम की तलाशी ली गई और संदिग्ध वस्तुओं की तलाशी ली गई। राहत की बात यह रही कि जांच के दौरान पुलिस को कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। इसके बाद स्टेडियम को पूरी तरह सुरक्षित घोषित कर दिया गया। जम्मू पुलिस ने अपनी सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से यह सुनिश्चित किया कि कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हो सके। अधिकारियों ने बताया कि सभी संभावित खतरों को खत्म करने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है। घाटी में तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था कश्मीर घाटी में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

चार युगों से धरती पर हैं
जानकारी के मुताबिक, वे पहली बार 2020 में सामने आया था और इस दौरान उन्होंने कई खुलासे भी किए थे। बताया जाता है कि इस अघोरी का नार्को टेस्ट हुआ था, जिसमें पता चला कि उसकी उम्र 40 साल से ज्यादा नहीं बढ़ती और वह कभी मरते नहीं हैं। नार्को टेस्ट और सम्मोहन के बाद अघोरी ने बताया कि वह सत्ययुग, त्रेता, द्वापर और अब कलियुग में मौजूद है। इतना ही नहीं, इस अघोरी ने रामायण और महाभारत के ऐतिहासिक काल का हिस्सा होने का दावा किया।
राम कृष्ण से मिल चुके हैं अघोरी
अघोरी ने कहा कि वह भगवान राम और श्री कृष्ण से भी मिल चुके हैं। वह 7 चिरंजीवियों को खोजने आए हैं। इस अघोरी ने खुद को आठवां चिरंजीवी बताया, जिसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। काफी समय तक छुपे रहने के बाद उन्होंने अपनी खोज के बारे में बताया।