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मुकेश हत्याकांड की इनसाइड स्टोरी: 28 साल के पत्रकार के खुलासे से डर गया था ठेकेदार; वारदात के पीछे की असल वजह

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मुकेश चंद्राकर की हत्या से पूरा इलाका सदमे में है। मुकेश सिर्फ़ 28 साल के थे और पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे थे। 2021 में माओवादियों ने कुछ सीआरपीएफ जवानों को अगवा कर लिया था। मुकेश ने इन जवानों की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
बीजापुर – सड़क निर्माण में 120 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार उजागर करने वाले छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या कर दी गई। चंद्राकर एक जनवरी की शाम सात बजे से लापता थे। उनकी लाश आरोपी ठेकेदार और उसके रिश्तेदार सुरेश चंद्राकर के बाडे़ में बने सेप्टिक टैंक से बरामद हुई थी।
इस खौफनाक हत्याकांड की जानकारी सामने आए के बाद पूरे प्रदेश की पत्रकार जमात इस मामले से जुड़े आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग सरकार से कर रहे हैं। बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या से पूरा इलाका सदमे में है। मुकेश सिर्फ़ 28 साल के थे और पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे थे। जानकरी के मुताबिक 2021 में माओवादियों ने कुछ सीआरपीएफ जवानों को अगवा कर लिया था। मुकेश ने इन जवानों की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। राज्य पुलिस ने उनकी इस बहादुरी की सराहना भी की थी। मुकेश बस्तर क्षेत्र में नक्सली हमलों, मुठभेड़ों और अन्य मुद्दों पर रिपोर्टिंग करते थे।
अब तक तीन हत्यारोपी गिरफ्तार 

पुलिस ने इस हत्याकांड में अब तक तीन हत्यारोपी को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक रितेश चंद्राकर और अन्य दो लोग शामिल हैं। रितेश चंद्राकर को पत्रकार मुकेश चंद्राकर का चचेरा भाई बताया जा रहा है। दूसरे आरोपी सुरेश चंद्राकर को पुलिस ट्रेस कर रही है। सुरेश वही ठेकेदार है, जिसकी प्रॉपर्टी पर बने सेप्टिक टैंक के अंदर से मुकेश चंद्राकर का शव बरामद हुआ था। सरकार ने इस मामले में 11 सदस्यीय एसआईटी जांच टीम गठित की है। वहीं पुलिस आरोपी सुरेश के तीन बैंक खातों को सीज कर चुकी है और अन्यों की डिटेल निकाल रही है।

मामले में बस्तर संभाग के आईजी पी. सुंदरराज ने शनिवार को खुलासा करते हुए बताया कि दो लोगों ने मिलकर पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की थी। ठेकेदार के मुंशी रामटेके और उसके भाई रितेश चंद्राकर ने वारदात को अंजाम दिया था। मुकेश पर स्टील रॉड से हमला किया गया था। वारदात के बाद सबूत मिटाने की कोशिश की गई थी। मामले में सुरेश चंद्राकर को मुख्य आरोपी बनाया गया है।

अंतिम विदाई में उमड़ा हुजूम

पत्रकारों ने शनिवार को पत्रकार मुकेश चंद्राकर को अंतिम विदाई दी। इस दौरान सभी की आंखें नम रहीं। सभी इस हत्याकांड को लेकर बेहद आक्रोशित दिखे। स्थानीय पत्रकारों ने राज्य शासन से इस मामले में आरोपियों को फांसी देने और उनके चल-अचल संपत्ति को नेस्तानाबूद करने की मांग की है। पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के विरोध में बस्तर संभाग के पत्रकारों ने शनिवार को बीजापुर बंद का आह्वान किया था। हत्या के विरोध में बीजापुर अस्पताल चौक पर दो घंटे का सांकेतिक चक्का जाम भी किया।
सीएम साय ने जताया दुख

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर शोक जताया है। परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। सीएम साय ने कहा कि इस घटना के अपराधी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिजनों को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करें।
Inside story of Mukesh murder case Contractor was scared by the revelations of 28 year old journalist in Bijap
प्रियंका गांधी ने जताया दुख

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की खबर चौंकाने वाली है। खबरों के मुताबिक, मुकेश ने अपनी रिपोर्ट में भ्रष्टाचार को उजागर किया था, जिसके बाद उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। मैं राज्य सरकार से मांग करती हूं कि इस मामले में सख्त और तत्काल कार्रवाई की जाए, दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और नौकरी देने पर विचार किया जाए।
भाजपा कर रही है राजनीति- भूपेश बघेल 

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या मामले में प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इस मामले में प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि वो बहुत ही निर्भिक और साहसी पत्रकार था। बस्तर संभाग के अंदरुनी जगहों में जाकर खबरें निकालकर लाता था। उसे मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूं। जब कोबरा बटालियन के जवान का नक्सलियों ने अपहरण किया था तब उसने मध्यस्थता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह जाकर उसे छुड़वाकर लाया था। उन्होंने कहा कि ऐसे देशभक्त पत्रकार जो समाज की सेवा भी कर रहे हैं। प्राणों की बाजी लगाकर जनसेवा की। जो भी भ्रष्टाचार को उजागर करेगा वह सुरक्षित नहीं है। कांग्रेस नेताओं के साथ आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की फोटो खिंचवाने की बात पर कहा कि इस मामले में भाजपा राजनीति कर रही है। मुकेश चंद्राकर के साथ मेरे भी फोटो हैं तो क्या वह कांग्रेसी हो गया?

होनी चाहिए निष्पक्ष जांच
भूपेश बघेल ने कहा कि इस हत्याकांड की जांच होनी चाहिए… यहां कोई सुरक्षित नहीं हैं। लगातार घटनाएं हो रही हैं, निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। कोई भी घटना हो उसमें कांग्रेस का नाम लेना भाजपा की आदत बन गई है… कांग्रेस पार्टी ने मीडिया में जारी किया है कि वह (आरोपी) 10 दिन पहले ही भाजपा में शामिल हुआ है और वह मुख्यमंत्री आवास भी गया था, इसलिए ये भी मांग की गई है कि 15 दिन का CCTV फुटेज भी सार्वजनिक किया जाए। अब जब SIT का गठन हो गया है तो ये भी जांच का बिंदु होना चाहिए कि वह मुख्यमंत्री आवास गया था या नहीं।

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‘हत्या का सरगना कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर’

छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले पर कहा कि मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में पुलिस ने कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर के रिश्तेदार रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को हिरासत में लिया है। तत्काल कार्रवाई करते हुए इस मामले की गहनता से जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय SIT का गठन किया गया है। फरार कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर को पकड़ने के लिए चार अलग-अलग टीमें अलग-अलग दिशाओं में काम कर रही हैं। हम मामले की स्पीडी ट्रायल के लिए पूरी कोशिश करेंगे। हत्या का सरगना कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर है वह कांग्रेस प्रदेश का पदाधिकारी है।au  साभार