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खरमास क्या है – खरमास में अगर कर लिए ये उपाय, तो जाग जाएगी सोई हुई किस्मत!

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साल का दूसरा खरमास लगने जा रहा है, जिसकी शुरुआत 15 दिसंबर से होने वाली है. वहीं इसका समापन 14 जनवरी 2025 को होगा. खरमास के दौरान सूर्यदेव और विष्णु जी की पूजा-अर्चना करना काफी शुभ माना जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि खरमास में आपको कौन- से उपाय करने चाहिए.

प अरविन्द मिश्रा रायपुर – ज्योतिष के अनुसार खरमास को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. जब सूर्य ग्रह धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास की शुरुआत हो जाती है. खरमास की अवधि के दौरान शुभ कार्य जैसे विवाह, ग्रह प्रवेश, नामकरण आदि नहीं किए जाते हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस अवधि में सूर्य देव की ऊर्जा की कम हो जाती है. इसी कारण खरमास में किसी भी शुभ कार्य का शुभ परिणाम प्राप्त नहीं होता है. खरमास के दौरान वैसे तो शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं, लेकिन इस दौरान कुछ विशेष उपायों को करके सूर्य देव की कृपा प्राप्त की जा सकती है.

एक साल में दो बार खरमास लगता है और दिसंबर में साल का दूसरा खरमास शुरू होने वाला है. दिसंबर में खरमास की शुरुआत 15 दिसंबर से हो रही है और इसका समापन 14 जनवरी 2025 को होगा. अगर आप सूर्य देव की कृपा पाना चाहते हैं, तो आपको खरमास के दौरान नीचे बताए गए कार्य करने हैं.

कुंडली में सूर्य की स्थिति

खरमास की अवधि के दौरान सूर्य देव की आराधना के विशेष महत्व माना जाता है. ऐसे में खरमास मेंआपको रोजाना सूर्योदय के समय सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए.सूर्य को अर्घ्य देने के लिए एक तांबे के लोटे में जल, अक्षत और लाल रोली डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें. इस उपाय को करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है.

हर काम में मिलेगी सफलता

खरमास के दौरान बृहस्पति चालीसा और सूर्यदेव की चालीसा का पाठ करना शुभ और लाभदायक माना जाता है. ऐसा करने से सूर्यदेव और भगवान विष्णु दोनों का ही आशीर्वाद मिलता है. ऐसे में आप खरमास के दौरान रोजाना नहाने के बाद सूर्यदेव की चालीसा का पाठ कर सकते हैं. मान्यता है कि इससे जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं और सभी कार्यों में सफलता मिलती है.

शादीशुदा जीवन रहेगा खुशहाल

अगर आपके वैवाहिक जीवन में कोई परेशानी आ रही है, तो इसके लिए खरमास के दौरान मां लक्ष्मी की पूजा-आराधना करनी चाहिए. इस दौरान मां लक्ष्मी को शृंगार की सामग्री जैसे सिंदूर, चूड़ी, चुनरी आदि चीजें चढ़ानी चाहिए. इस उपाय को करने से आपके वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहेगी.