पूर्णिया सांसद पप्पू यादव की नई गाड़ी आई है जो 500 राउंड गोलियां और रॉकेट लॉंचर के वार को भी झेलने की क्षमता रखती है. फुल प्रूफ सिक्योरिटी वाली नई बुलेट प्रूफ लैंड क्रूजर कार पप्पू यादव को उनके एक दोस्त ने गिफ्ट की है. बता दें कि बीते दो महीने से पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई गैंग, गोल्डी बरार गैंग समेत पाकिस्तान से भी जान से मारने की धमकी का कॉल आए हैं.
पूर्णिया. बिहार के पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव को लगातार मिल रही कथित लॉरेंस बिश्नोई गैंग के द्वारा धमकी के बाद सुरक्षा के लिए दो करोड़ की लैंड क्रूजर गाड़ी मिली है. सांसद पप्पू यादव ने कहा कि यह गाड़ी रॉकेट लांचर, बम से लेकर एक-47 जैसे घातक हथियारों को भी झेल सकती है. उन्होंने कहा कि उनके एक मित्र प्रकाश ने विदेश से मंगवाकर यह गाड़ी उन्हें दी है. 2 करोड़ की यह लैंड क्रूजर गाड़ी पूरी तरह बुलेट प्रूफ और विदेशी गाड़ी है. इस लैंड क्रूजर का नंबर HP-57B-7143 है.
पप्पू यादव ने कहा कि सरकार को उनके सुरक्षा की चिंता नहीं है, लेकिन उनके मित्रों को और पूरे बिहार के लोगों को उनकी सुरक्षा की चिंता है, इसी कारण उनके एक मित्र प्रकाश ने उन्हें यह बुलेट प्रूफ लैंड क्रूजर गाड़ी विदेश से लाकर दी है. जब तक वह इस गाड़ी में रहेंगे तब तक पूरी तरह सुरक्षित हैं. इस गाड़ी में किसी तरह के हथियार बम बारूद का असर नहीं होगा. पप्पू यादव के कार्यालय अर्जुन भवन के पास खड़े इस कार को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग भी पहुंच रहे हैं. पप्पू यादव अपने इस लैंड क्रूजर पर बैठकर ही क्षेत्र में जाते हैं.
गौरतलब है कि पिछले दो माह से सांसद पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई गैंग द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही थी. पप्पू यादव ने कहा कि अब तक उन्हें 17 बार धमकियां मिल चुकी हैं. इसकी सूचना उसने केंद्रीय गृह मंत्री बिहार के मुख्यमंत्री डीजीपी, आईजी और एसपी तक को दी, लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर कोई भी गंभीर नहीं हैं. वह अपनी सतर्कता तो बरतेंगे ना, इसी वजह से यह दो करोड़ की लैंड क्रूजर गाड़ी मंगाई गई है.
अगर सुरक्षा की बात करें तो पप्पू यादव के कार्यालय अर्जुन भवन में सुरक्षा के दृष्टिकोण से मेटल डिटेक्टर लगाया गया है, ताकि कोई भी व्यक्ति इस मेटल डिटेक्टर होकर अंदर प्रवेश करेंगे. इसके अतिरिक्त सुरक्षा बल भी हमेशा तैनात रहता है. इसके बावजूद लगातार पप्पू यादव को धमकी मिल रही है. हालांकि, पूर्णिया पुलिस ने इस मामले में दिल्ली से एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन जांच में उसने लॉरेंस बिश्नोई गैंग से अपनी किसी तरह के संलिप्त से इनकार किया था.