रायपुर – छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रहीं हैं। जहां भी घोटाला हो भूपेश बघेल से कनेक्शन होने के आरोप लग जाते हैं। पहले महादेव सट्टा और अब बिटक्वॉइन घोटाला मामले में भूपेश बघेल का नाम सामने आ रहा है। दरअसल बिटक्वॉइन घोटाला को लेकर छत्तीसगढ़ में ईडी की दबिश के बाद भाजपा ने आरोपी गौरव मेहता का भूपेश बघेल के साथ कनेक्शन होने का आरोप लगाया है।
दरअसल बिटक्वॉइन घोटाला मामले को लेकर ईडी की टीम ने गौरव मेहता के ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान गौरव मेहता और उनके भाइयों के नाम पर कई कंपनी होने का खुलासा किया है। वहीं, इस कार्रवाई के बीच भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गंभीर आरोप लगाया है। संजय श्रीवास्तव ने मीडिया के सामने सवाल दागते हुए पूछा है कि हर भ्रष्टाचार और अपराध में कांग्रेस नेताओं का नाम क्यों?
मीडिया को संबोधित करते हुए संजय श्रीवास्तव ने कहा कि आरोपी गौरव मेहता छत्तीसगढ़ का निवासी है और उसका पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर भी जुड़े होने की संभावना है। संजय श्रीवास्तव की मानें तो महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का नाम भी इस मामले में सामने आया है। संजय श्रीवास्तव ने पूछा है कि हर भ्रष्टाचार और अपराध में कांग्रेस नेताओं का नाम क्यों?
संजय श्रीवास्तव ने आगे कहा कि बिटकॉइन घोटाले के तार छत्तीसगढ़ से जुड़े हैं। मामले में कांग्रेस नेताओं की संलिप्तता नज़र आ रही है। पिछले 5 वर्षों में भूपेश के करीबी और रिश्तेदार जेल में हैं। गौरव मेहता के भूपेश बघेल से संबंध होने की आशंका है। हर आरोपी से भूपेश बघेल का कनेक्शन क्यों? हर बड़े घोटाले में कांग्रेस का नाम क्यों? कांग्रेस नेताओं को जवाब देना चाहिए।
बताया जा रहा है कि गौरव मेहता एक कंसल्टेंसी के लिए काम करते हैं, जो पुणे पुलिस को अमित भारद्वाज के 6600 करोड़ के क्रिप्टोकरेंसी घोटाले की जांच में मदद कर रही थी। पूर्व आईपीएस रवींद्रनाथ पाटिल ने पिछले दिनों दावा किया था कि गौरव मेहता से कांग्रेस पार्टी की नेता सुप्रिया सुले और नाना पटोले ने संपर्क किया था और चुनाव में उपयोग के लिए धनराशि गौरव के जरिए बिटकॉइन घोटाले से पहुंचाई गई है। बताया ये भी जा रहा है कि ED के अधिकारियों को गौरव के घर में कुछ दस्तावेज और लैपटॉप समेत कंप्यूटर हार्ड डिस्क मिले है जिसकी जांच ईडी की टेक्निकल टीम कर रही है। साथ ही बैंक से संबंधित कुछ अहम दस्तावेज भी मिले है जिसकी जांच के लिए लोकल बैंकों के कर्मचारियों को बुलाकर जांच की जा रही है।