गुरुवार को छठ पर्व का सबसे अहम दिन है. आज अस्ताचलगामी सूर्य यानी डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जा रहा है. शुक्रवार (8 नवंबर) की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. इसके साथ ही छठ महापर्व का समापन हो जाएगा.
नई दिल्ली – लोक आस्था का महापर्व छठ हर साल कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष को मनाया जाता है. गुरुवार को छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य यानी डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया. 4 दिन चलने वाले छठ पर्व की शुरुआत मंगलवार को नहाय-खाय के साथ हुई थी. बुधवार को खरना प्रसाद बना. अब शुक्रवार (8 नवंबर) की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. इसके साथ ही छठ महापर्व का समापन हो जाएगा.
गुरुवार को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया था. छठ वर्तियों सूप, दउरा में प्रसाद रखकर कमर तक पानी में रहकर भगवान सूर्य को सांध्य अर्घ्य दिया. दिल्ली के यमुना घाट के अलावा अस्थायी घाटों पर भी छठ पूजा की व्यवस्था की गई है. बिहार की राजधानी पटना के गंगा घाट समेत बक्सर, वैशाली, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, भागलपुर में छठ व्रतियों ने सूर्य को अर्घ्य दिया है. वहीं, कई लोगों ने अपने घरों की छत और तालाबों में भी जाकर सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया.
छठ महापर्व में शामिल होने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पटना पहुंचे हैं. नड्डा नासरीगंज घाट से गंगा घाट छठ दर्शन के लिए जाएंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी छठ व्रतियों के बीच मौजूद रहे.
अर्घ्य देने का समय
7 नवंबर 2024 (संध्या अर्घ्य)- शाम 5:31 बजे तक
8 नवंबर 2024 (उषा अर्घ्य)- सुबह 6:38 बजे तक
बिहार में खास इंतजाम
बिहार के सबसे बड़े त्योहार छठ के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पटना जिला प्रशासन ने गंगा किनारे 100 से अधिक घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. उन्होंने बताया कि पटना के विभिन्न घाटों पर कई मेडिकल कैंप भी लगाए गए हैं.
इन घाटों पर दे सकेंगे अर्घ्य
जिला प्रशासन के अनुसार कच्ची तालाब, गर्दनीबाग तालाब, मानिकचंद तालाब, अनीसाबाद और संजय गांधी जैविक उद्यान झील जैसे विभिन्न जलाशयों पर पूजा-अर्चना के लिए व्यवस्था की गई है. इसके अलावा ईको पार्क, एनर्जी पार्क, वीर कुंवर सिंह पार्क, शिवाजी पार्क, हार्डिंग पार्क, हनुमान नगर पार्क और एस के पुरी पार्क जैसे प्रमुख पार्क भी उत्सव के लिए तैयार किए गए हैं. इसके अलावा बंशी घाट, कृष्णा घाट, काली घाट, कदम घाट और पटना कॉलेज घाट समेत सभी घाटों पर अर्घ्य दिया जा सकता है.
दिल्ली में बनाए गए आर्टिफिशियल घाट
दिल्ली सरकार ने छठ पूजा के लिए आर्टिफिशियल घाट का निर्माण किया है. मुख्यमंत्री आतिशी ने मंगलवार को छठ महापर्व को लेकर सरकार की ओर से किए गए इंतजाम की जानकारी दी थी. यमुना नदी में प्रदूषण के कारण हाईकोर्ट ने इसबार यहां छठ पर्व मनाने की परमिशन नहीं दी है. ऐसे में दिल्ली सरकार ने 1000 आर्टिफिशियल छठ घाटों का निर्माण किया है. आईटीओ हाथी घाट में छठ मनाया जा रहा है.