सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर गणपति पूजन में पीएम मोदी के शामिल होने पर शिवसेना नेता संजय राउत ने बड़ा सवाल उठाया है.
हैदराबाद – सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गणपति पूजा करने पर शिवसेना नेता संजय राउत भड़क गए. उन्होंने सीजेआई से शिवसेना से जुड़े मामलों से अलग होने का अनुरोध किया. राउत ने देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को लेकर बड़ा बयान दिया है.
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा गणपति पूजन के लिए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर जाने को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘गणपति उत्सव चल रहा है, लोग एक-दूसरे के घर जाते हैं. मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है कि प्रधानमंत्री अब तक कितने घरों में गए लेकिन प्रधानमंत्री मुख्य न्यायाधीश के घर गए और उन्होंने साथ में आरती की.
राउत ने कहा कि अगर संविधान का संरक्षक राजनेताओं से मिलते हैं तो इससे लोगों के मन में संदेह पैदा हो सकता है. महाराष्ट्र से जुड़े मामले की सुनवाई सीजेआई चंद्रचूड़ के समक्ष चल रही है.
राउत ने आगे कहा कि हमें न्याय मिलेगा, इसको लेकर थोड़ी दुविधा है, क्योंकि प्रधानमंत्री ही इस केस में दूसरी पार्टी हैं, यानी हमारे मामले में दूसरी पार्टी केंद्र सरकार है. मुख्य न्यायाधीश को इस मामले से खुद को दूर करना चाहिए क्योंकि मामले में दूसरी पार्टी के साथ उनके संबंध खुले तौर पर दिखाई दे रहे हैं.
शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि क्या सीजेआई ऐसी स्थिति में हमें न्याय दे पाएंगे? हमें तारीख पर तारीख मिल रही है और एक अवैध सरकार चल रही है. शिवसेना और एनसीपी (NCP) इस तरह से टूट गए. हमें न्याय नहीं मिल रहा है और पीएम मोदी उन्हें बचाने के लिए महाराष्ट्र की अवैध सरकार में बहुत रुचि ले रहे हैं, जो सीजेआई हमें न्याय देने वाले हैं, उनके साथ प्रधानमंत्री का ऐसा रिश्ता है, इसलिए महाराष्ट्र के मन में एक संदेह पैदा हो गया.
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने उठाए सवाल
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कई सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीजेआई के घर प्राइवेट इवेंट और खासकर किसी धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होना अनुचित है. इससे भी अधिक अनुचित पीएम मोदी और सीजेआई चंद्रचूड़ का एक साथ किसी धार्मिक अनुष्ठान का प्रदर्शन करना है. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट धर्मनिर्पेक्षता की रक्षा करता है. इसलिए मेरे विचार से ये न्यायाधीशों के आचार संहिता के उल्लंघन को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि यह न्यायपालिका के लिए अच्छे संकेत नहीं है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के सीजेआई चंद्रचूड़ के आवास पर जाना परेशान करने वाला है.
संजय राउत ने इस मुद्दे को कई मसलों से जोड़ा
संजय राउत ने इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर कई घटनाओं का जिक्र किया है. उन्होंने लिखा-
संविधान के घर को आग लगी
घरके चिराग से…
1. EVM को क्लीन चीट
2. महाराष्ट्र में चल रही संविधान विरोधी सरकार की सुनवाई पर 3 साल से तारीख पे तारीख
3. प. बंगाल बलात्कर मामले मे suemoto हस्तक्षेप लेकिन
महाराष्ट्र रेप कांड का जिक्र नहीं.
4. दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की जमानत पर तारीख पे तारीख.
ये सब क्युं हो रहा है?
क्रॉनॉलॉजी समझ लीजिये…
भारत माता की जय!!!
सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर यूजर्स ने अलग-अलग विचार व्यक्त किए हैं. कुछ ने कहा कि सीजेआई के घर मुलाकात पर दोहरे मानदंड है. कांग्रेस के शासन काल में भी ऐसा होता था. इससे किसी को कोई परेशानी नहीं है.