पटना – बिहार के पूर्णिया जिले के रूपौली विधानसभा उपचुनाव के तिथि का ऐलान हो चुका है। वहीं अब एनडीए और महागठबंधन से कौन उम्मीदवार बनेंगे इसका मंथन दोनों पार्टियों में जारी है। इसी बीच लोजपा(रा) के चीफ चिराग पासवान को बड़ा झटका लगा है। चिराग के पार्टी के नेता और रूपौली के पूर्व विधायक शंकर सिंह ने पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
शंकर सिंह के पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को चिठ्ठी लिख इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि, ” मैं लोजपा का स्थापना काल से ही पार्टी में निष्ठापूर्वक काम कर रहा हूँ। पार्टी का जब जो निर्णय हुआ मजबूती से उस निर्णय के साथ खड़ा रहा हूँ। पार्टी के द्वारा 2005 में मुझे रूपौली विधानसभा से प्रत्याशी बनाया गया और मजबूती से चुनाव लड़कर चुनाव जीतने का काम किया”।
आगे कहा कि, कुछ कारणवश सरकार नहीं बनने के कारण फिर से चुनाव हुआ, जबकि चुनाव जीतने के बाद कई प्रलोभन दिया गया, लेकिन मैं पार्टी के सिद्धांत पर रहकर उस समय के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्व० रामविलास पासवान के विचारधारा के साथ खड़ा रहा। फिर पुनः 2010, 2015 और 2020 में पार्टी द्वारा चुनाव लड़ाया गया। सभी चुनाव में अच्छे मत प्राप्त किए, जो कि आप मेरे सामने आप ने सभी चुनाव का आकलन करके मुझे बधाई भी दिए और आश्वस्त किए कि फिर से आप अच्छे से तैयारी कीजिए”।
उन्होंने चिराग पासवान से कहा कि, “अध्यक्ष जी मैं साल के 365 दिन रूपौली विधान सभा के जनता के लिए काम करता हूँ और मुझे विश्वास था इस उप चुनाव में मुझे पार्टी और एनडीए गठबंधन के द्वारा फिर से एकबार विश्वास करके प्रत्याशी बनाया जाएगा? लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए मैं रूपौली विधानसभा की जनता की मांग पर मैं इस उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडूँगा। इसलिए मैं आज पार्टी के सभी पदों से एवं प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा दे रहा हूँ। पार्टी ने मुझे बहुत सम्मान दिया, इसके लिए मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं आपका सदा आभारी रहूँगा।