महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने के मामले को लेकर जबरदस्त राजनीति देखने को मिल रही थी। विपक्ष ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार के साथ पीएम मोदी पर आरोप लगाए थे। इस मामले को लेकर शुक्रवार को पीएम मोदी महाराष्ट्र के पालघर पहुंचे तो यहां उन्होंने अपने संबोधन के बीच इस वाकये का जिक्र किया। इस दौरान पीएम ने मंच से हाथ जोड़कर सिर झुकाते हुए कहा कि, ‘शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर सिर झुकाकर माफी मांगता हूं.’
महाराष्ट्र – पीएम मोदी का महाराष्ट्र का दौरा है और इस दौरान उन्होंने पालघर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी मौजदू रहे। पीएम मोदी ने यहां 76,000 करोड़ रुपये की वाधवन बंदरगाह की आधारशिला रखी। इसी दौरान अपने संबोधन के बीच उन्होंने क्षत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने को लेकर अपनी बात रखी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिलान्यास समारोह में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत करते हुए कहा यह पूरे महाराष्ट्र के लिए स्वर्णिम दिन है। यह एक गेम चेंजर प्रोजेक्ट है और इसका मुख्य पालघर के लोगों को मिलेगा। पहला चरण 2029 तक पूरा होगा और शिलान्यास पीएम मोदी द्वारा किया जा रहा है और उद्घाटन भी पीएम मोदी ही करेंगे। यह देश का सबसे बड़ा बंदरगाह होगा और दुनिया के शीर्ष दस बंदरगाहों की सूची में शामिल होगा।
प्रतिमा गिरने के मुद्दे पर सीएम एकनाथ शिंदे पहले ही माफी मांग चुके हैं। लेकिन लगातार हो रही आलोचनाओं से घिरे शिंदे ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह महान पराक्रमी शासक के 100 बार पैर छूने और घटना के लिए माफी मांगने में संकोच नहीं करेंगे। मूर्ति गिरने की घटना के बाद राज्य सरकार ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए एक तकनीकी समिति का गठन कर दिया है।