जम्मू-कश्मीर – विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए कांग्रेस ने अपने 9 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के तीन पूर्व अध्यक्षों को टिकट दिया है, जिनमें गुलाम अहमद मीर, पीरजादा मोहम्मद सईद और विकार रसूल वानी शामिल हैं। कांग्रेस ने गुलाम अहमद मीर को अनंतनाग जिले की डूरू विधानसभा सीट से उतारा है। इसके अलावा मोहम्मद सईद को अनंतनाग विधानसभा सीट और विकार रसूल वानी को रामबन जिले की बनिहाल विधानसभा सीट से टिकट दिया है।
किसे कहां से मिला टिकट?
कांग्रेस ने जिन अन्य उम्मीदवारों की घोषणा की है। उनमें पुलवामा जिले की त्राल सीट से सुरिंदर सिंह चन्नी, कुलगाम जिले की देवसर सीट से अमानुल्लाह मंटू, किश्तवाड़ जिले की इंदरवाल सीट से शेख जफरुल्लाह, डोडा जिले की भद्रवाह सीट से नदीम शरीफ, डोडा सीट से शेख रियाज और डोडा पश्चिम सीट से डॉ. प्रदीप कुमार भगत को टिकट दिया है।
इन 5 सीटों पर होगा दोस्ताना मुकाबला
बता दें कि कांग्रेस ने सोमवार देर रात उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। इससे कुछ घंटे पहले कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेताओं के बीच विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई थी, जिसके बाद दोनों दलों में सीट बंटवारे पर सहमति बनी। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, वरिष्ठ कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल, सलमान खुर्शीद और जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि दोनों दलों ने कुल 90 सीटों में से 85 सीटों पर सीट बंटवारे और शेष पांच सीटों पर ‘दोस्ताना मुकाबले’ पर सहमति जताई है।
बता दें कि 85 सीटों में से नेशनल कॉन्फ्रेंस 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बाकी दो में से एक-एक सीट पर सीपीआई-एम और पैंथर्स पार्टी चुनाव लड़ेगी। जिन पांच सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के उम्मीदवार आमने-सामने होंगे। उनमें जम्मू क्षेत्र की बनिहाल, डोडा, नगरोटा और भद्रवाह और घाटी क्षेत्र की सोपोर शामिल हैं। कर्रा ने कहा कि दोनों पार्टियां इन पांच सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारेंगी, लेकिन मुकाबला पूरी तरह से दोस्ताना होगा।
4 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
जम्मू और कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहले चरण में 24 सीटों, दूसरे चरण में 26 सीटों और तीसरे चरण में 40 सीटों पर वोटिंग होगी। जबकि नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। अगस्त 2019 में धारा 370 को खत्म किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।