शेख हसन गरियाबंद – गरियाबंद जिले के मैनपुर क्षेत्र में पिछले तीन चार दिनो से झमाझम हो रहे बारिश से नदी नाले जंहा एक ओर उफान पर है वही दुसरी ओर क्षेत्र के मनोरम एंव वॉटरफाल अब देखने लायक हो गया है जंहा बड़ी संख्या में पर्यटक आने लगे है।
तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 15 किलोमीटर दुर बोतलधारा जलप्रपात की खुबसुरती निखर उठी है बारिश के इन दिनो में इस वनांचल पहाडी क्षेत्र में कुछ जंगलो का नजारा बेहद खुबसुरत होता है खास तौर पर वाटर फाल अपने पुरे शबाब पर होते है लोग इनके प्राकृतिक सौर्न्दय का आंन्नद लेने जाते है कुल्हाडीघाट के पहाड़ी पर बोतल धारा के रूप में पुरे प्रदेश में प्रसिध्द है इस वाटर फाल को तहसील मुख्यालय मैनपुर से देखा जा सकता है ।
लगभग दो किलोमीटर की उचाई से बोतल की आकार लिए धुआंधार जल प्रपात को गिरते देखने का एक अलग ही अनुभव है यहा पहुचने के लिए मैनपुर से बुढार तक 7 किलोमीटर वाहन से पहुचा जाता है और 6 किलोमीटर पैदल दुर्गम पहाड़ी रास्तो को पार कर यहा पहुचते है बारिश के दिनों में खासकर युवा यहां पहुचते है और जल प्रपात का आंन्नद लेते है इन दिनों बोतल धारा जलप्रपात की खुबसूरती निखर उठी है,
सावधानी बहुत जरूरी हाथी प्रभावित क्षेत्र है
बारिश के इन दिनों में यहा जाना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि पत्थर में काई जमने से पैर फिसलने और बडी दुर्घटना की अंदेशा बना हुआ है, इस जलप्रपात को मैनपुर नगर से आसानी से देखा जा सकता है साथ ही यह हाथी प्रभावित क्षेत्र भी माना जाता है।