‘कांग्रेस ने एक बार फिर दृढ़ता का परिचय दिया’
कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने कहा, ‘कांग्रेस ने एक बार फिर अपनी दृढ़ता का परिचय दिया है। यह एक शक्तिशाली और दुर्भावनापूर्ण मशीनरी के खिलाफ थी। कई लोगों ने हमें खारिज कर दिया, लेकिन मल्लिकार्जुन खरगे के दृढ़ नेतृत्व में हम डटे रहे।’ उन्होंने कहा, ‘भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा वास्तव में ऐतिहासिक आंदोलन रहा। इसमें सभी स्तरों पर हमारी पार्टी को पुनर्जीवित किया।’
राहुल गांधी को सराहा
सोनिया गांधी ने बैठक के दौरान राहुल गांधी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, अभूतपूर्व व्यक्तिगत, राजनीतिक हमलों से लड़ने के लिए राहुल, दृढ़ता और दृढ़ संकल्प के लिए विशेष धन्यवाद के पात्र हैं।’ उन्होंने कहा, ‘संसद में कांग्रेस की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। भारत के सहयोगियों की ताकत से भी हमें बल मिला है।’ लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के संबंध में सोनिया ने कहा, ‘हमें उन राज्यों में अपनी स्थिति सुधारने पर भी विचार करना चाहिए, जहां हमारा प्रदर्शन हमारी अपेक्षाओं से काफी कम रहा है।’
‘जनादेश खो चुके हैं नरेंद्र मोदी’
सोनिया गांधी ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वह जनादेश खो दिया है, जिसकी उन्हें तलाश थी। इसलिए उन्होंने नेतृत्व का अधिकार भी खो दिया है। केवल अपने नाम पर जनादेश मांगने वाले पीएम मोदी को राजनीतिक और नैतिक हार का सामना करना पड़ा। विफलता की जिम्मेदारी लेने के बजाय, वह कल फिर से शपथ लेने का इरादा रखते हैं।’ कांग्रेस संसदीय दल का अध्यक्ष चुने जाने पर सोनिया गांधी ने चुनावी नतीजों पर कहा, ‘हमारे लिए अपने देश में संसदीय लोकतंत्र स्थापित करने और संसदीय राजनीति को पटरी पर लाने का नया अवसर है।’
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सोनिया गांधी के संसदीय दल की नेता चुने जाने पर कहा कि ‘यह हम सभी के लिए भावुक करने वाला पल था। वह एक बार फिर संसदीय दल की नेता की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।’ इससे पहले कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक भी आज हुई, जिसमें एकमत होकर पार्टी के नेताओं ने राहुल गांधी से लोकसभा में नेता विपक्ष का पद संभालने की अपील की। राहुल गांधी ने इस पर कहा है कि वह इस पर विचार करेंगे।