नई दिल्ली – लोकसभा के लिए पांचवें चरण का चुनाव सोमवार (20 मई) को संपन्न हो गया। इसके साथ ही पार्टियों द्वारा अपने-अपने दावे किए जा रहे हैं। एनडीए के लिए यह चरण बेहद महत्वपूर्ण है। इस बार चुनाव में हर सीट पर तगड़ा मुकाबला देखा जा रहा है। इसी बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया कि पीएम मोदी की विदाई में सिर्फ 15 दिन रह गए हैं। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन 350 से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब रहेगी।
रमेश ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लिखा, “पांचवे चरण की वोटिंग ख़त्म होने के साथ ही 428 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है। निवर्तमान प्रधानमंत्री की विदाई के अब सिर्फ़ 15 दिन शेष रह गए हैं।”
आज उत्तर प्रदेश की 14 सीट पर भी शाम पांच बजे तक औसतन 55.80 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चरण में प्रदेश में बीजेपी के दिग्गज नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी समेत 5 केंद्रीय मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
उन्होंने आगे लिखा, “पहले चरण से जो ट्रेंड शुरू हुआ था वह धीरे-धीरे मज़बूत होता जा रहा है, यह स्पष्ट है कि बीजेपी, दक्षिण में साफ़ और उत्तर, पश्चिम एवं पूरब में हाफ होने जा रही है।
कांग्रेस नेता के मुताबिक, “ऐसा लगता है कि इंडिया गठबंधन पहले ही 272 सीटों के आधे के आंकड़े को पार कर चुका है और कुल मिलाकर 350 से अधिक सीटें जीतने की ओर अग्रसर है। मोदी जी का जाना अब लगभग तय हो गया है। कमरतोड़ महंगाई, रिकॉर्ड तोड़ बेरोज़गारी, और संविधान को बदलने एवं आरक्षण को ख़त्म करने की बीजेपी की धमकियां मुख्य रूप से वे कारण हैं जिनकी वजह से लोग इस सरकार को सत्ता से बेदख़ल करने जा रहे हैं।”
उन्होंने आगे लिखा, “यह चुनाव कांग्रेस पार्टी के सकारात्मक अभियान के आसपास केंद्रित रहा है। हमारा न्याय पत्र और हमारी गारंटियां सभी दलों के प्रचार अभियान के केंद्र में रहीं। ‘खटा-खट’ के नारे ने लोगों का ध्यान इस हद तक खींच लिया है कि निवर्तमान पीएम भी इस पर प्रतिक्रिया देने को मजबूर हो गए। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रत्येक व्यक्ति के लिए मुफ्त अनाज़ की मात्रा को दोगुना करने की हमारी अंतिम गारंटी की घोषणा उत्तर और पूर्वी भारत में ज़ोरदार प्रभाव डाला है।”
जयराम रमेश ने कहा, “जैसे-जैसे प्रधानमंत्री के सत्ता के आख़िरी दिन क़रीब आ रहे हैं, वह तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश करने, ध्यान भटकाने और बदनाम करने की अपनी ओछी राजनीति के और निचले स्तर तक उतरते जा रहे हैं। एक भी सकारात्मक एजेंडे के साथ चुनावी मैदान में न उतरने और “400 पार” एवं “मोदी की गारंटी” जैसे नारों को छोड़ने के लिए मजबूर होने के बाद निवर्तमान प्रधानमंत्री ने उग्र सांप्रदायिक रुख़ अख़्तियार कर लिया था। सांप्रदायिक ढंग से उनके नफ़रत भड़काने वाले बयानों और दस साल के कार्यकाल के बाद भी सकारात्मक एजेंडे पर चुनाव न लड़ने की उनकी विफलता के कारण जनता उनसे दूर होती चली है। लोगों के रिस्पॉन्स से घबराकर, प्रधानमंत्री ने अब बेशर्मी से कहा है कि अगर उन्हें कभी हिंदू-मुस्लिम राजनीति का सहारा लेना पड़ा तो वह “सार्वजनिक जीवन में रहने के योग्य नहीं” रह जाएंगे।”
जयराम रमेश ने चुनाव आयोग पर अनदेखी करने के भी आरोप लगाए। उन्होंने लिखा, “इस बीच चुनाव आयोग की गहरी नींद दुर्भाग्यपूर्ण रही है। निवर्तमान प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बीजेपी हर दिन आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करती है। मतदान में धार्मिक प्रतीकों का इस्तेमाल, मतदान के दिन विज्ञापन, सोशल मीडिया पर बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा बार-बार मतदान करते हुए वीडियो जारी करना: इन सभी ने निवर्तमान प्रधानमंत्री को जवाबदेह ठहराने की चुनाव आयोग की क्षमता पर सवाल उठाए हैं। हम मतदान के समापन के बाद जितना जल्दी संभव हो सके वोटिंग के अंतिम आंकड़ों के प्रकाशन की उम्मीद करते हैं।”
उन्होंने अंत में लिखा, “हर तरफ़ से आ रही ग्राउंड रिपोर्ट्स से बिल्कुल स्पष्ट है – हवा बदल चुकी है, अब आंधी का रूप धारण कर रही है। इंडिया जनबंधन एनडीए को परास्त करने के लिए तैयार है। 4 जून आ रहा है!”