कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव ने जनता से कहा कि आपके सामने बड़े-बड़े प्रदेशों के मुख्यमंत्री आते हैं, प्रधानमंत्री आते हैं लेकिन उन्हें यह एहसास नहीं होता यह जनता का आदर-सम्मान लेकर जाए। उन्हें जनता से सच बोलना चाहिए और उन्हें एहसास नहीं होता है उन्हें लगता है कि उन्हें जनता के सामने कुछ भी कहा दो, कितने भी झूठे वादे कर दो, जानता नहीं पूछेंगी। अपनी सत्ता, शोहरत और शान दिखाते हैं, लेकिन जनता के प्रति उनकी श्रद्धा नहीं है। देश की पुरानी परंपरा है हिंदू और आदिवासी धर्म की परंपरा है। इस देश की राजनीतिक परंपरा महात्मा गांधी की परंपरा थी। बीजेपी के नेता अहंकारी हो गये हैं। अपने आप को जनता से ऊपर समझ रहे हैं। अहंकार में इतना चूर है कि उनके आसपास के लोग उनको सच्चाई नहीं बताते।
आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम ने अपने अरबपति मित्रों के 16 लाख करोड़ के कर्ज माफ कर दिए, लेकिन किसानों के कर्ज माफ नहीं किया है। किसानों का 15 हजार करोड़ बकाया था, तो उन्हें नए संसद के लिए 2 हजार करोड़ खर्च कर दिया, लेकिन किसानों का बकाया नहीं दिया। जब किसान रो रहा था, आंदोलन कर रहा था तो प्रधानमंत्री अपने घर से बाहर नहीं निकले। दावा करते हुए कहा कि 600 किसान शहीद हुए तो प्रधानमंत्री अपने घर से बाहर नहीं निकले। पीएम पर तंज कसते हुए कहा कि वो कभी हवा में उड़ते हैं, कभी समुद्र में तो कभी किसी और देश में दिखते हैं पर आपके घरों में नहीं दिखते है। आपके गांव में नहीं दिखे। आपके आंसू नहीं पोछते। यही है प्रधानमंत्री की असलियत।
प्रियंका गांधी ने महिलाओं को साधते हुए कहा कि महिलाएं हर प्रकार की मुश्किलों का सामना करती हैं। सबसे ज्यादा मुश्किल महिलाओं को ही सामना करना पड़ता है। महतारी बहनों को सबसे ज्यादा परेशानियां होती हैं। वह समाज, परिवार का भार उठाती है। आज पेट्रोल 100 रुपये, डीजल 90, सोना 73 हजार, चांदी 90 हजार, दो पहिया वाहन एक लाख, गैस सिलेंडर 1200 इन सबसे ज्यादा परेशान महिलाएं हीं हैं। सरकार महंगाई को लेकर कुछ नहीं कर रही है।
उन्होंने कांग्रेस सरकार में किए गए कार्यों का बखान किया। कहा कि भूपेश सरकार में महिलाओं की गोठान से आमदनी हो रही थी। आज इस गोठान को बंद कर दिया गया। बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि 5 किलो राशन पकड़ा देने से भारत विकसित नहीं होगा। आत्मानंद के तहत इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले गए, आज उन्हीं पाठशालाओं में बड़ी-बड़ी फीस ली जा रही है और उन्हें बंद भी किया जा रहा है।
भूपेश बघेल 5 साल तक कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने प्रदेश के लिए काम किया। जब प्रदेश में विधानसभा चुनाव था। आज प्रदेश में भाजपा की सरकार है तो आप अच्छी तरह से समझ गए हैं कि आपके लिए कांग्रेस सरकार ने क्या-क्या किया। कांग्रेस के राज्य में 2500 रुपये में धान खरीदा जाता था। किसानों का कर्ज माफ हुआ, भूमिहीनों को सालाना 7000 रुपये मिलते थे। गोबर की खरीद होती थी, बिजली का बिल आधा किया गया था। हर परिवार को 35 किलो चावल मिलता था। आदिवासियों को जमीन वापस की गई थी,उन्हें पट्टा दिया गया था। तेंदूपत्ता का सर्वाधिक दाम दिया गया था। आंगनबाड़ी-मितानिनों का मानदेय बढ़ाया गया। आज भाजपा की सरकार में 5 किलो चावल मिल रहा है। बेरोजगारी बढ़ती चली जा रही है। बेरोजगारी भत्ता बंद कर दी गई, गोबर खरीदी बंद कर दी गई, जितना रोजगार गठानों से मिलता था ,वह सब बंद हो रहा है। वर्मी कंपोस्ट खाद बंद हो रही है। भूमिहिनों का पैसा मिलना बंद हो रहा है। फर्क आपको साफ-साफ दिख रहा है।
इंदिरा ने कभी भी दिखावे की राजनीति नहीं की
उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता कह रहे हैं कि हम संविधान बदल देंगे। दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी कहते हैं कि हम संविधान नहीं बदलेंगे।ये एक साजिश है। जिसमें नरेंद्र मोदी खुद तो इस बात से इंकार करते हैं, लेकिन अपने नेताओं से जानबूझकर ऐसी बातें कहलवा रहे हैं। अगर इनको मौका मिला तो ये संविधान बदलने की कोशिश करेंगे, आपके अधिकारों को छीन ले जाएंगे। आप इंदिरा गांधी का बहुत आदर करते हैं, क्योंकि वे आपके बीच आईं और आपकी तकलीफों को समझा। आपको आपके पट्टे लौटाने की कोशिश की, आपको आपके अधिकार दिए, लगातार आपके जीवन को बेहतर करने का काम किया। इंदिरा ने कभी भी दिखावे की राजनीति नहीं की, लेकिन अफसोस कि आज देश में कुछ लोग सिर्फ दिखावे की राजनीति कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने खेती-किसानी के सामानों पर जीएसटी डालकर उसे महंगा कर डाला। खेती से आमदनी बनती थी। खेती से किसान मजबूत बनता था। आज देशभर में खेती से कमाई होना बंद हो गई। इससे कौन काम रहा है अडानी कमा रहा है, बड़े-बड़े उद्योगपति कमा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में सेव के दाम किसान तय करता था। आज अदानी तय कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने अपने सारे अमीर मित्रों को देश की सारी संपत्ति सौंप दिए है। कोयला, सीमेंट, सड़क, हवाई अड्डे, बंदरगाह सब अपने उद्योगपति मित्रों को सौंप दिए।