कांग्रेस की रीति नीति और पार्टी में पूर्व मुख्यमंत्री बघेल की भ्रष्टाचार नेतृत्व, घोटालों,मनमानी के चलते थाम चुके है अब बीजेपी का दामन
रायपुर – छत्तीसगढ़ में आज प्रियंका गांधी का चुनावी दौरा है। देश में आज़ कांग्रेस की स्थिति बेहद खराब चल रहीं है और अब बचे कुचे प्रदेश में जहां कांग्रेस की सरकार थी वहां भी अब कांग्रेस का पूरा सूपड़ा साफ होते स्पष्ट नजर आ रहा है। यही हाल अब छत्तीसगढ़ प्रदेश का भी है। छत्तीसगढ़ प्रदेश के कई निष्ठावान नेता और कार्यकर्त्ता भी अब कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम रहे हैं, कारण यह है कि भ्रष्टाचार, घोटालों, मनमानी, पार्टी कार्यकर्ताओं को तवज्जो ना देना, अपमानित किया जाना , इस तरह की भूपेश नेतृत्व की सरकार कांग्रेस की छत्तीसगढ़ में रही है। पूरी तरह से भूपेश नेतृत्व की पोल भी पूर्ण रूप से खुल चुकी है जहां मुख्यमंत्री बघेल कैबिनेट का लगभग पूरा कुनबा और खुद बघेल का नाम भ्रष्टाचार, घोटालों में लिप्त रहा है।
ऐसे समय में आज प्रियंका गांधी का छत्तीसगढ़ दौरा है जहां पूर्व कांग्रेसी नेता आलोक पांडेय जो अब भाजपा का दामन थाम चुके हैं, उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ की पावन धरा में आपका स्वागत है पूर्व प्रदेश अध्यक्ष असंगठित कांग्रेस एवं सचिव छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी होने के नाते में आपसे कुछ प्रश्न करना चाहता हूं, अपेक्षा है कि आप इसका जवाब जरूर देंगी।
1) छत्तीसगढ़ समाज कल्याण विभाग में सदस्य के रूप मे कल्पना प्रशांत सिंग की नियुक्ति आपकी अनुशंसा पर तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा की गई थी वह महिला उत्तर प्रदेश की निवासी है इनके एवं इनके पति के उपर वहां कई गंभीर आपाराधिक मामले दर्ज है इसके उपरान्त भी आपने इस महिला की अनुशंसा क्यो की ?
2) 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा समाज कल्याण विभाग मे गैर शासकीय नियुक्ति पर पूरे देश मे प्रतिबंध लगा दिया था भूपेश बघेल ने इस विभाग मे अध्यक्ष के रूप स्व. श्रीमती करूणा शुक्ला जी की नियुक्ति की थी, इस बात की जानकारी होने के कारण स्व. करूणा शुक्ला ने इस पद को कभी ग्रहण ही नही किया। कल्पना प्रशांत के नियुक्ति के बाद इस विभाग मे भारी भ्रष्टाचार किए इस महिला के भ्रष्टाचार को भूपेश बघेल ने आपके संरक्षण के कारण कभी उजागर नही होने दिया उन्हे 3 बंगले क्रमशः जगदलपुर दन्तेवाड़ा एवं रायपुर मे दिए गए राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया और सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। जब इस विभाग मे यह पद ही नही था तो इन्हे वेतन किस मद से दिया गया ? और उनको प्रदान की जाने वाली सुविधा का भुगतान किस मद से किया गया ?
3) मै उस वक्त असंगठित कामगार कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष के पद पर कार्यरत होते हुए अपने साथ कांग्रेस पार्टी के संघर्षशील साथी जिन्होने ने मेरे साथ कांग्रेस के आंदोलनो मे भाग लिया जेल मे रहे उन लोगो के लिये मैंने निगम मंडल मे अनुशंसा की थी जिसे भूपेश बघेल ने अनदेखा किया। करोना के समय वे साथी उनके परिवारजनों पर जब आफत आई तब मैने भूपेश बघेल की अनदेखी के पश्चात तत्कालीन कांग्रेस के अध्यक्ष राहूल गांधी एवं आपको भी अवगत कराया।
परन्तु हमारे साथियों को इस विषय से किसी भी प्रकार की मदद प्रदान नही की गई। उत्तर प्रदेश मे जब कोई घटना होती थी तो भूपेश बघेल आपके कहने पर वहां के लोगो को मदद करते थे तो क्या वे छत्तीसगढ़ की कार्यकर्ताओ की मदद नही कर सकते थे ?
आज आप राजनांदगावं की जनता से इस भूपेश बघेल केलिए समर्थन मांगने आई है , जहां हजारो की संख्या मे कार्यकर्ताओ ने श्रमिको के साथ मिलकर आंदोलन किया जिसका नेतृत्व स्वयं मैने किया था और कुछ आंदोलनो मे भूपेश बघेल, पी.एल. पुनिया समेत कांग्रेस के समस्त वरिष्ठ नेता शामिल होते रहे उस राजनांदगांव के मजदूर साथियो को भी कोई सहायता नही दी गई। मेरा यह मानना है कि क्या छत्तीसगढ़ और राजनांदगांव के मजदूरो कर्मचारी साथियो मे इतनी क्षमता नही है कि उन्हे किसी प्रकार के निगम मंडल के लायक आपने नही समझा।
राहुल गांधी जो पूरे देश मे न्याय यात्रा निकाल रहे थे जिसमें आप भी शामिल रही आज इस मंच के माध्यम से जवाब दे कि छत्तीसगढ़ के श्रमिको, कर्मचारियो, महिलाओं के साथ आपने यह अन्याय क्यों किया ?