बैतूल – देश में इन दिनों इलेक्टोरल बांड के जरिए राजनैतिक दलों को मिले भारी भरकम चंदे पर बहस जारी है। वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं जो छोटे मोटे चंदे से जमा की गई राशि लेकर चुनाव लड़ने की फीस जुटा रहे हैं। ऐसा ही एक नज़ारा बैतूल कलेक्ट्रेट कार्यालय में दिखा, जब नामांकन जमा करने के आखिरी दिन एक निर्दलीय प्रत्याशी एक और दो रुपए के सिक्कों से भरा झोला लेकर नामांकन करने पहुंचे। जमानत के तौर पर प्रत्याशी को 12 हजार 500 रुपए जमा करने थे, जो उसने चिल्लर के रूप में जमा किए
बैतूल के जिला निर्वाचन कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी कर्मचारियों के होश तब उड़ गए जब सुभाष बारस्कर नाम का एक निर्दलीय उम्मीदवार जमानत राशि के तौर पर 12 हजार 500 रुपए लेकर पहुंचा। ये रकम एक और दो रुपये के सिक्कों के रूप में थी, जिसे गिनते गिनते कर्मचारियों के पसीने छूट गए। सुभाष के मुताबिक ये राशि उसने लोगों से चंदा मांगकर जमा की है। हर एक सिक्का एक व्यक्ति का समर्थन है।
सुभाष पेशे से एक मजदूर हैं और पहले भी इसी तरह ग्राम पंचायत से लेकर विधानसभा तक का चुनाव लड़ चुके हैं। हर चुनाव में वो इसी तरह से लोगों चंदा मांगकर चुनाव की अमानत राशि जमा करते हैं। वहीं चुनाव लड़ने के लिए दोस्तों से मदद लेते हैं । सुभाष को उम्मीद है कि वो कभी तो चुनाव जीतेंगे और अपने स्तर पर कुछ परिवर्तन लाएंगे।