गरियाबंद – ग्राम पंचायत कुड़ेरादादर के आश्रित ग्राम छिदपारा में गांव से कुछ दूर जंगल में पीपल के पेड़ में तेंदुए देखकर लोगों में यह बात आग की तरह फैल गई। तेंदुए को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। गाव वालों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। वन विभाग के कर्मचारी जब यहां पहुंचे तब भी तेंदूआ पीपल की डाल पर आराम फरमा रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि तेंदुए ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है, बल्कि भीड़ को देखकर वह खुद घबरा गया है। कभी वो इस डाल पर छलांग लगाता तो कभी दूसरी डाल पर।
वन विभाग के कर्मचारी ने ग्रामीणों को सलाह दी कि वे भीड़ बढ़ाने के बजाय अपने अपने घरों में चलें जाएं ताकि तेंदुआ शांत हो सके। उन्होंने कहा कि जब रात होगी, तब तेंदुआ अपने आप पीपल के पेड़ से उतरकर जंगल में चला जाएगा। हालांकि कर्मचारी ग्रामीणों को रवाना करने के बाद तेंदुए की हर हरकत पर नजर रखे हुए थे। जंगल कट रहे हैं और इंसानों द्वारा हरियाली को सफा करके खेत बना रहे हैं, ऐसे में बेचारे वन्य पशु कहा जाएं, जाहिर है कि वे गांवों की तरफ कूच करने पर बेबस है। ज्ञात हो कि अगले वर्ष भी इसी पीपल के पेड़ पर एक तेंदुआ चढ़ ग्रामीणों ने देखा था। ग्रामीणों में उस वक्त दहशत फैल गई, जब जंगलों से भटकता हुआ एक तेंदुआ आया और वह पीपल के पेड़ पर चढ़ गया।