मध्य प्रदेश के टीमकगढ़ में पदस्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की हार्ट अटैक से मौत हो गई. यह अटैक उन्हें तब आया जब वे अपने स्टाफ के साथ बैडमिंटन खेल रहे थे.
टीकमगढ़ – दुनिया भर में बढ़ते हार्ट अटैक और साइलेंट अटैक ने सबकी चिंताएं बढ़ा दी है. युवा हो या बुजुर्ग सभी इस तरह के अटैक के शिकार हो रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेशके टीकमगढ़ जिलेसे आया है. जहां बैडमिंटन खेलते समय जिला एवं सत्र न्यायाधीश उनका जान नहीं बच पाई और उनकी मौत हो गई. न्यायाधीश की उम्र महज 42 साल थी. उनके निधन पर जतारा कोर्ट में सभी ने शोक व्यक्त कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
दो बार आया अटैक
यह पूरा मामला टीकमगढ़ जिले का है. जहां जतारा न्यायालय में पदस्थ अपर सत्र न्यायाधीश एस सी पटेल रोज की तरह पुलिस थाना परिसर में अपने स्टाफ और पुलिस स्टाफ के साथ बैडमिंटन खेल रहे थे. बैडमिंटन खेलने के दौरान उनको अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई. बताया जा रहा कि उन्हें खेलते वक्त दो बार अटैक आया. पहली बार बैडमिंटन खेलते वक्त अटैक आया, मगर वह खेलते रहे. जैसे ही उनका खेल खत्म हुआ तो फिर से उन्हें अटैक आया और उनकी तबियत विगड़ती गई. इसकी सूचना उन्होंने अपने स्टाफ और थाना प्रभारी को दी.
जिसके बाद उनको जतारा सरकारी अस्पताल ले जाया गया. जहां उनकी जांच की गई. हालत गंभीर होने के चलते डॉक्टरों ने उन्हें झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया. लेकिन, झांसी जाते वक्त रास्ते में ही उन्हें फिर से अटैक आया. जैसे ही झांसी मेडिकल कॉलेज में उन्हें डॉक्टरों ने देखा तो उनकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
मिलनसार व्यक्ति थे पटेल
बताया जाता है कि जतारा न्यायालय में पदस्थ रहे अपर सत्र न्यायाधीश एस सी पटेल काफी मिलनसार और हंसमुख जज थे. वे अक्सर गरीब और परेशान लोगों की हर संभव मदद करते थे. पटेल दमोह जिले के पथरिया ब्लॉक के खिरिया गांव के रहने वाले थे. वे जतारा कोर्ट में पिछले 2 साल से पदस्थ थे. उनके भाई मनोज पटेल सागर न्यायालय में एडीपीओ के पद पर पदस्थ हैं.