रायपुर नगर निगम प्रशासन के रवैये से परेशान युवती ने हाईकोर्ट के सामने अपनी परेशानी बताई। इस दौरान युवती बात करते हुए फूट-फूटकर रोने लगी और कहा कि मैं नगर निगम के रवैये से परेशान हो गई हूं, मुझे फांसी पर लटका दीजिए। युवती का कहना है कि उनके नाना स्वतंत्रता सेनानी थे इस नाते…
रायपुर – रायपुर नगर निगम प्रशासन के रवैये से परेशान युवती ने हाईकोर्ट के सामने अपनी परेशानी बताई। इस दौरान युवती बात करते हुए फूट-फूटकर रोने लगी और कहा कि मैं नगर निगम के रवैये से परेशान हो गई हूं, मुझे फांसी पर लटका दीजिए। युवती का कहना है कि उनके नाना स्वतंत्रता सेनानी थे इस नाते उन्हें जमीन मिली है जिस पर कंस्ट्रक्शन का कार्य करने पर बार-बार नगर निगम अमला आकर उसे तोड़ देता है।
बता दें, हाईकोर्ट में नगर निगम व महापौर के व्यवहार से परेशान युवती ने याचिका लगाई है। जिसमें उन्होंने बताया कि उनके नाना स्वतंत्रता सेनानी थे जिसके लिए उन्हें मोतीबाग इलाके में भूमि मिली है। उस भूमि के कुछ क्षेत्र में मकान बनाकर उनका परिवार रहता है व कुछ भूमि को खाली छोड़ा है। जिस पर अब वे कंस्ट्रक्शन कराना चाहते है लेकिन जब भी कंस्ट्रक्शन का कार्य होता है तो नगर निगम अमला आकर उन्हें परेशान कर कंस्ट्रक्शन को तोड़कर चला जाता है। ऐसा एक बार नहीं कई बार हो चुका है। जमीन बेसकिमती है जिस पर भूमाफियाओं की नजर पड़ी हुई है।
क्या है कानून की प्रक्रिया
याचिकाकर्ता की बातें सुनकर जस्टिस रविन्द्र अग्रवाल ने दस्तावेज पेश करने की बात कही। उन्होंने याचिकाकर्ता को समझाते हुए कहा कि अगर आप पूरा दस्तावेज पेश नहीं करेंगी तो प्रकरण की सुनवाई कैसे करेंगे। आधा अधूरा दस्तावेज से फैसला भी कुछ इसी तरह होगा। ऐसे में आपको न्याय कैसे मिलेगा। कानूनी प्रक्रिया की जानकारी दी साथ ही अगली सुनवाई के लिए याचिकाकर्ता से ही पूछा गया कि आप ही बताए कि अगली सुनवाई कब की जाए आपकी सुविधा के अनुसार दिन तय किया जाएगा।