सुरक्षा लेने से इंकार करने वाले भाजपा कार्यकर्ता की नक्सलियों ने की हत्या
नारायणपुर – छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर सामने आ रही है, नारायणपुर के छोटेडोंगर में नक्सलियों ने भाजपा नेता की हत्या कर दी है। बताया जा रहा है कि भाजपा नेता कोमल मांझी शीतला मंदिर में पूजा करने गए थे, जहां नक्सलियों ने टंगीया से मारकर उनकी हत्या कर दी है। नक्सलियों ने आमदई माइंस को लेकर कोमल मांझी को चेतावनी दी थी। मामला छोटेडोंगर थाना क्षेत्र का है।पर्चा जारी कर लिखा आमदाई खदान का करोड़ो रूपये खाया है, इसके साथी आमदाई से गद्दारी न करने की बात लिखी है।
बता दें छोटेडोंगर में इससे पहले नक्सलियों ने भाजपा जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की हत्या की थी। बैनर लगाकर घटना की जानकारी देते हुए कोमल मांझी को चेतवानी भी दी थी। बैनर में लिखा था कि – आरएसएस और बीजेपी का उपाध्यक्ष सागर साहू को जनता के फैसले के मुताबिक़ पीएलजीए ने मौत की सजा दी… आमदाई खदान का दलाल, निको कंपनी का एजेंट काम करने वाले बैदराज – कोमल मांझी, हरी मांझी ये लोग जनता के सामने आकर गलती माने, नहीं मानने पर सागर साहू जैसी मौत मिलेगी। और भी बाकी लोगों को इनके जैसा दलाली का काम ना करने की बात लिखी।
नक्सलियों के निशाने पर थे पर सुरक्षा लेने से किया था इंकार
मृतक कोमल मांझी लंबे समय से माओवादियों के निशाने पर थे. अमदाई खदान को लेकर इससे पहले भी माओवादी उन्हें जान से मारने की चेतावनी दे चुके थे. ऐसे में कोमल मांझी की सुरक्षा के सवाल पर एएसपी हेमसागर सिदार ने बताया कि उन्हें सुरक्षा देने का फैसला पहले ही ले लिया गया था और उन्हें एक सुरक्षित स्थान पर रहने की व्यवस्था भी पुलिस ने की थी, लेकिन उन्होंने सुरक्षा लेने और सुरक्षित स्थान पर रहने से मना कर दिया गया था. चेतावनी को गंभीरता से न लेने की कीमत आज उन्हें जान देकर चुकानी पड़ी है
भाजपा कार्यकर्ताओं में दहशत
नारायणपुर में माओवादियों द्वारा लगातार भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को निशाना बनाये जाने से जहां एक ओर क्षेत्रवासी दहशत में हैं. वहीं दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ता बुरी तरह डरे हुए हैं. एक भाजपा कार्यकर्ता ने अपनी पहचान उजागर नहीं करने के शर्त में कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के बाद भी यदि भाजपा के कार्यकर्ताओं की इस तरह हत्या होगी तो उनमें सुरक्षा का भाव कैसे आएगा। बड़े नेता तो चुनाव जीतकर सुरक्षा के घेरे में चले गए, पर क्या अब जमीनी कार्यकर्ताओं को इस तरह से हो रहे विकास की कीमत चुकानी पड़ेगी.