रायपुर – छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी नेता अपनों को ही घेरने लगे हैं। छत्तीसगढ़ के पूर्व कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने अपने विस्फोटक बयान में PCC प्रभारी कुमारी सैलजा और टीएस सिंहदेव को ही घेर लिया है। यहां तक कि उन्होंने सैलजा को हटाने की मांग तक कर डाली। कुछ इसी तरह MP के कांग्रेस नेता भितरघात को हार की वजह बता रहे हैं। बृहस्पत सिंह की टीएस सिंहदेव से अदावत को जगजाहिर है, लेकिन कुमारी सैलजा को लेकर उनके रुख से कांग्रेस भी सक्ते में आ गई है। लेकिन सवाल ये है कि हार के बाद कुछ सीखने और कमजोरियों पर काम करने की बजाए कांग्रेस आपस में उलझकर अपनों पर ही दोष क्यों मढ़ रही है।
तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के भीतर की सियासत भी सुलग उठी है और अपने ही नेता सवाल उठा रहे हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के भीतर की सियासत में चर्चित रहे पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह के ताजा बयान सुर्खियों में आ गए हैं, जिसमें उन्होंने हार का ठीकरा PCC प्रभारी कुमारी सैलजा और टी एस सिंहदेव पर फोड़ा है। बृहस्पत सिंह ने कुमारी सैलजा को हटाने की मांग की, उन्होंने कहा कि कुमारी सैलजा प्रभावशील नेताओं के हाथों बिक गईं और टीएस सिंहदेव को हीरो की तरह प्रमोट कर रही थीं। खुद भी हीरोइन की तरह फोटो खिंचा रहीं थीं। बृहस्पत सिंह ने ये भी कहा कि कांग्रेस नेताओं का घमंड सिर चढ़कर बोल रहा था। सिंहदेव CM होते तो कांग्रेस की 14 सीट भी नहीं आतीं।
फोटो शूट करवाती रही प्रभारी सैलजा
बृहस्पत सिंह ने कहा कि प्रदेश प्रभारी सैलजा टीएस सिंहदेव को प्रमोट करती रही। अंबिकापुर में डिप्टी सीएम कार चला रहे थे और प्रभारी फोटो शूट करवा रही थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश प्रभारी टिकट वितरण के मामले में बिक चुकी थी। उन्होंने कहा कि वहीं पहले के प्रभारियों ने बहुत इमानदारी के साथ काम किया था। सैलजा यहां डैमेज कंट्रोल नहीं कर पाईं।
उन्होंने कहा कि एक तरफ कांग्रेस पीएम मोदी को घेरने में लगे थे,तो दूसरी ओर टीएस सिंहदेव स्वयं मंच से बोल रहे थे कि मोदी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। एक तरफ कांग्रेस नेता कहते रहे कि हमने सभी वादे पूरे किए हैं, तो दूसरी ओर सिंहदेव कहते थे कि केवल 12 वादे ही पूरे किए हैं। ऐसे में जनता कांग्रेस को क्यों वोट देंगे।