नई दिल्ली – 1983 में भारत को पहली बार क्रिकेट विश्वकप जिताने वाले पूर्व कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी कपिल देव ने बड़ा बयान दिया है। काफी पहले से चर्चा थी कि आज अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम में बीसीसीआई ने विश्वकप विजेता पूर्व कप्तानों को सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया है। हालांकि कपिल देव वहां नहीं गए। जब यही सवाल कपिल देव से किया गया कि आज काफी चर्चा थी कि आप जाने वाले हैं तो आप क्यों नहीं गए? कपिल देव ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि उन्होंने मुझे बुलाया ही नहीं था इसलिए मैं नहीं गया।
लोग भूल जाते हैं…
दिग्गज खिलाड़ी का दर्द भी छलक पड़ा। उन्होंने कैमरे के सामने कहा, ‘मैं तो चाहता था कि मेरी पूरी 83 की टीम को भी बुलाते तो और भी बेहतर होता। लेकिन इतना काम चल रहा है। इतने लोग हैं। इतनी जिम्मेदारी है। कभी-कभी लोग भूल जाते हैं।’ आज दोपहर से ही सोशल मीडिया पर यह वीडियो शेयर हो रहा है।
यह मामला तूल पकड़ सकता है क्योंकि देव की लीडरशिप में ही भारत को पहली बार विश्वकप की ट्रॉफी मिली थी। तब 60 ओवर का मैच होता था और भारत के सामने वेस्ट इंडीज की धांसू टीम फाइनल में मोर्चा लेने उतरी थी। आज भारतीय टीम को पहले बैटिंग करने का मौका मिला और वह ऑस्ट्रेलिया को 241 रनों का लक्ष्य ही दे सकी। भारतीय बल्लेबाज कोई कमाल नहीं दिखा सके। अब पूरा देश बॉलिंग और फील्डिंग में शानदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है।