बीजापुर – नक्सलियों की पश्चिम बस्तर डिवीजनल कमेटी के सचिव मोहन ने एक पर्चा जारी कर 26 अक्तूबर यानी गुरुवार को बीजापुर बंद का आह्वान किया था। कुछ दिनों पहले पुलिस ने आठ लाख के इनामी नक्सली नागेश पदम को मुठभेड़ में मार गिराया था। इस घटना के बाद से नक्सली बौखलाये हुए हैं और गुरुवार को बंद का आह्वान किया।नक्सलियों के बंद के आह्वान के बाद जिले में तनावपूर्ण स्थिति देखने को मिली।
नक्सलियों के बंद के चलते रायपुर, जगदलपुर, तेलंगाना, महाराष्ट्र और तेलंगाना जाने वाली यात्री बसों के पहिये बीजापुर में थमी है । सभी यात्री बसें दहशत के कारण बस स्टैंड में खड़ी है । अंदरूनी इलाकों में भी यात्री गाड़ियां नहीं चल रही है। जिला मुख्यालय से लेकर जिले के तमाम नगर कस्बों में नक्सली चेतावनी के मद्देनजर आज सुबह से व्यापारिक प्रतिष्ठानें बंद है।
लंबे समय बाद बीजापुर में एक बार फिर नक्सलियों द्वारा आहूत बंद असरकारक नजर आ रहा है. हालांकि बंद के मद्देनजर जिले में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध जरूर किए गए हैं । बाबजूद बुधवार शाम नक्सलियों ने बीजापुर-जगदलपुर नेशनल हाइवे पर मार्ग अवरोध कर अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुके हैं. ऐसे चुनाव के बीच नक्सलियों के तेज मूवमेंट से इनकार नहीं किया जा सकता है।
इस तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए और कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जवानों ने फ्लैग मार्च किया। पुलिस अधीक्षक आजनेय वार्ष्णेय ने कहा की जवानों द्वारा फ्लैग मार्च किया जा रहा है और लगातार पुलिस पेट्रोलिंग कर रही है। उन्होंने जिले की जनता से कहा है कि डरने या घबराने की जरुरत नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से वह पूरी तरीके से तैयार हैं।
गौरतलब है कि 17 अक्टूबर को एक बड़े ऑपरेशन में मद्देड़ एरिया कमेटी कमांडर नागेश को पुलिस ने ढेर किया था । नागेश के विरुद्ध 108 स्थायी वारंट होने के साथ उस पर 8 लाख का इनाम भी घोषित था. एनकाउंटर से नक्सली संगठन बौखलाया हुआ है।