विजयादशमी (दशहरा) का महापर्व हर साल अश्विन मास के दशमी तिथि को मनाया जाता है. काशी के ज्योतिषाचार्य स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि इस दिन इन छह उपायों से अक्षय पुण्य की प्राप्ति हो सकती है.
वाराणसी – हर साल अश्विन मास के दशमी तिथि को विजयादशमी (दशहरा) का महापर्व मनाया जाता है. इस साल 24 अक्टूबर यानी मंगलवार को यह पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा. इस पर्व को असत्य पर सत्य के जीत के तौर पर मनाते है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन ही भगवान श्री राम ने लंका पति रावण का वध किया था. इसके अलावा इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर को मारा था.
दशहरा का दिन कई मायनों में खास होता है. इस दिन कुछ अचूक उपायों से धन, दौलत, शोहरत के साथ स्वास्थ्य और शत्रुओं पर विजय प्राप्त की जा सकती है. काशी के ज्योतिषाचार्य स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि इस दिन इन छह उपायों से अक्षय पुण्य की प्राप्ति हो सकती है.
ये हैं दशहरा के 6 अचूक उपाय
पापों से मुक्ति
दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करने का भी विधान है. मान्यताओं के मुताबिक, नीलकंठ पक्षी के दर्शन से पापों से मुक्ति मिलती है. इसके अलावा यह समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है.
शनि की महादशा से मुक्ति
दशहरा के दिन शमी के पौधे की पूजा भी की जाती है. इस दिन शमी के पेड़ के नीचे सरसों के तेल के दीपक में लोहे का छल्ला डालकर जलाने से शनि पीड़ा से मुक्ति मिलती है.
शत्रु होते हैं पराजित
दशहरा के दिन अपराजिता देवी के पूजन का भी विधान है.दस सिर वाले रावण को पराजित करने के लिए प्रभु श्रीराम ने भी अपराजिता देवी की पूजा की थी, इसलिए जिनके जीवन मे शत्रुओं का भय होता है उन्हें इस दिन अपराजिता देवी की पूजा जरूर करनी चाहिए.