Home छत्तीसगढ़ नवरात्रि में भोजपत्र का ये उपाय, बदल सकता है किस्मत, स्टूडेंटस अनार...

नवरात्रि में भोजपत्र का ये उपाय, बदल सकता है किस्मत, स्टूडेंटस अनार की कलम से लिखें ये मंत्र

30
0

नवरात्रि में मां दुर्गा की साधना और स्तुति के नौ दिवसीय शारदीय नवरात्रि इस बार 15 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2023 तक है. नवरात्र में दुर्गासप्तशती अथवा रामचरित मानस, रामायणादि ग्रंथो के सावधानी पूर्वक अनुशासनबद्ध पाठ उपासना द्वारा शारीरिक बीमारियां, मानसिक व्याधियां, झूठ, दंभ, कपट आदि का विनाश किया जा सकता है. इसी के साथ भोजपत्र का उपाय भी बेहद असरकारक है. इससे धन, शिक्षा, व्यापार में वृद्धि के अलावा बुरी नजर और पति-पत्नी में मतभेद को भी मां के आशीर्वाद से दूर किया जा सकता है. लेकिन भोजपत्र के उपाय कैसे किए जाते हैं, आइए जानते हैं-

नवरात्रि के नौ दिनों में विद्यार्थियों को माता सरस्वती की आराधना अवश्य करनी चाहिए. कई ऐसे स्टूडेंटस होते है, जो मेहनत तो बहुत करते है लेकिन जैसे ही एग्जामिनेशन हॉल में पहुंचते हैं, सब भूल जाते हैं या परीक्षा देते समय कोई-न-कोई व्यवधान आते है या फिर उच्च शिक्षा के लिये किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल रहा है, तो नवरात्रि की 21 अक्टूबर को सप्तमी तिथि के दिन भोजपत्र पर अनार की कलम से केसर की स्याही बनाकर यह मंत्र लिखें-

“ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं सरस्वत्यै नमः .. “

यह काम करने से मिलेगा फायदा मंत्र लिखने के पश्चात् इस मंत्र की 1 माला का जाप करें और फिर इस यंत्र को स्कूल बैग में या अपनी स्टड़ी टेबल पर रखें. इस यंत्र के प्रभाव से आपकी ज्ञान और बुद्धि में विकास होगी और मेहनत रंग लाएगी. धन वृद्धि के लिए नवरात्रि के नौ दिनों तक मातारानी के ऊँ ह्रीं ह्रीं ह्रीं महा मातंगी प्रचिती दायिनी, लक्ष्मी दायिनी नमो नमः मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करके. भोजपत्र पर केसर की स्याही से दुर्गा अष्टोत्तर शतनाम लिखें. फिर उन नामों का उच्चारण करते हुए आहुति दें . हवन के बाद भोजपत्र चांदी में जड़वाकर तिजोरी में रख दें .

बिजनेस ग्रोथ के लिए यह करें कम

नवरात्र में भोजपत्र पर केसर से ‘श्रीं’ का चिह्न बनाकर रोजाना “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नमः ” मंत्र का 1 माला जाप कर पूजा करें और नवमी के दिन इस भोजपत्र को अपने धन के स्थान में रख लें. व्यापार में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की होगी. बुरी नजर से रक्षा के लिए – नवरात्रि में इस यंत्र को रक्त चंदन से भोजपत्र पर लिखकर तथा धूप दीप नैवेद्य आदि से पूजन कर ताम्बे की चौकी में भर कर बच्चे के गले में बांधने से नजर दूर हो जाती है.

गृहस्थ में समस्या है तो मिलेगा फायदा
यदि घर में पति-पत्नी में मतभेद हो या गृहस्थ में कोई समस्या हो तो इस महत्वपूर्ण प्रयोग को नवरात्रि में सोमवार के दिन सूर्योदय के समय पूजन कक्ष में अपने सामने बाजोट पर पीला वस्त्र बिछाकर उस पर भोजपत्र रखें और उस पर अनार की कलम से केसर की स्याही बनाकर इस यंत्र को बनाएं.

इसके बाद उसके सामने हाथ जोड़कर अपनी समस्या रखें, जिस समस्या की वजह से उसका गृहस्थ जीवन डांवाडोल हो या जिस परेशानी से मुक्ति नहीं मिल रही हो. इसके बाद उस कागज को उसी बिछे हुए कपड़े में बांधकर पूजा स्थान में रख दें और उसे वहां तब तक रहने दें, जब तक कि उस समस्या का निदान न हो जाए.