दतिया – दतिया में बुधवार को हुए खूनी संघर्ष में 5 लोगों की मौत हो गई। कुछ दिन पहले जिले के रेड़ा गांव में मवेशी चराने को लेकर पाल और दांगी समाज के दो लोगों में विवाद हो गया था। इसकी दोनों पक्षों ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी। इसी मामले में बुधवार को गांव के मंदिर में सुलह होनी थी, लेकिन, इससे पहले ही विवाद हो गया और हथियारों से लैस दोनों पक्ष एक-दूसरे पर टूट पड़े। मरने वालों में एक ही परिवार के पिता-पुत्र और भाई शामिल हैं।
घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा है। ज्यादातर लोग रिश्तेदारों के घर चले गए। जो बचे हैं वे भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। इधर, जिला अस्पताल में पूरे दिन दोनों पक्षों के परिजनों की भीड़ लगी रही। गांव और अस्पताल में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। देर रात पुलिस के साये में पांचों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्राम रेंडा में बुधवार सुबह प्रकाश दांगी का गांव के ही प्रीतम पाल से उसके धान के खेत में मवेशी घुस जाने को लेकर विवाद हुआ था। जिसके बाद दोनों पक्षों के लोग बंदूक और अन्य हथियार लेकर आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते फायरिंग शुरू हो गई। करीब आधा घंटे से अधिक की गोलीबारी में पूरा गांव गोलियों की आवाज से गूंज उठा। इस गोलीकांड में प्रकाश दांगी, उसका पुत्र सुरेंद्र दांगी और भाई रामनरेश दांगी की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दूसरे पक्ष पाल समाज के दो लोगों में राजेंद्र पाल और राघवेंद्र पाल की मौत हुई है।
घटना के बाद पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया। साथ ही शवों को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। घायलों को भी उपचार के लिए वाहन से अस्पताल पहुंचाया। इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
तीन दिन पहले भी हुआ था विवाद
बताया जाता है कि मवेशी घुसने की घटना को लेकर दोनों पक्षों के बीच तीन दिन पहले भी विवाद हुआ था। जिसे लेकर राजीनामे की कोशिश कराई गई। लेकिन विवाद शांत नहीं हुआ। बुधवार सुबह इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया।
मामूली विवाद सुलझाने बुलाई थी पंचायत
दतिया जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर रेड़ा गांव बसा है। आबादी 1800 से अधिक। गांव में पाल समाज के 40-45 घर हैं। ज्यादातर मजदूरी करते हैं। वहीं, दांगी समाज के 60 से अधिक मकान बने हुए हैं। दांगी समाज गांव में आर्थिक रूप से थोड़े मजबूत है।
पुलिस के मुताबिक, बुधवार की सुबह करीब 10 बजे थे। ग्रामीण गांव से 100 मीटर दूर रेड़ा-भवानीपुर रोड पर जमा होने लगे थे। वे 3-4 दिन पहले गांव में पाल समाज और दांगी समाज के लोगों में हुए विवाद को सुलझाने के लिए एकत्रित हो रहे थे। एक घंटे के भीतर दोनों तरफ से करीब 25 लोगों की भीड़ जमा हो हुई।